कम हो जाएगी EMI आपको बता दें कि ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट कम कर ब्याज दरों में कटौती कर दी है। आरबीआई ने रेपो रेट में 6.25 फीसदी से 6 फीसदी कर दिया है। इसके साथ ही आरबीआई ने बताया कि हमने इसको कम इसलिए किया है क्योंकि पिछले वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर काफी कम थी। सरकार के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर मध्यम वर्ग के लोगों पर पड़ेगा। हमारे देश में रहने वाले मध्यमवर्गीय लोगों की ईएमआई पहले की तुलना में काफी कम हो जाएगी।
एमसीएलआर में हुए ये बदलाव आइए आज हम आपको बताते हैं कि साल 2016 से लेकर साल 2019 तक कई बैंकों के एमसीएलआर में काफी बदलाव किए हैं। इन बदलावों के बाद देश के ग्राहकों को काफी राहत मिली है। इसमें देश के सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंक शामिल हैं।
MCLR में किए गए बदलाव आपको बता दें कि साल अप्रैल 2016 में बैंक ऑफ बड़ौदा का एमसीएलआर 9.25 था, जिसको रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अप्रैल 2017 में घटाकर 8.35 कर दिया था। इसके बाद साल 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसको बढ़ा दिया है। इसके अलावा अन्य बैंकों के भी एमसीएलआर में काफी बदलाव किए गए हैं। सरकार के इस तरह के फैसले के बाद देश की मध्यमवर्गीय जनता को काफी फायदा मिल रहा है।
इन बैंकों के MCLR में किए गए इस तरह के बदलाव-
बैंक | अप्रैल 2016 | अप्रैल 2017 | अप्रैल 2018 | अप्रैल 2019 | एक साल का MCLR |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 9.25 | 8.35 | 8.40 | 8.75 | 8.65 |
बैंक ऑफ इंडिया | 9.40 | 8.50 | 8.40 | 8.75 | 8.65 |
पंजाब नेशनल बैंक | 9.40 | 8.45 | 8.30 | 8.55 | 8.45 |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 9.20 | 8.00 | 8.15 | 8.55 | 8.55 |
एक्सिस बैंक | 9.35 | 8.25 | 8.40 | 8.90 | 8.8 |
HDFC बैंक | 9.20 | 8.15 | 8.30 | 8.75 | 8.75 |
ICICI बैंक | 9.20 | 8.20 | 8.30 | 8.80 | 8.75 |