ये भी पढ़ें:
अमीरों को नहीं भा रहा देश का रहन-सहन, भारत ने 1 साल में गवाई 35000 करोड़ से ज्यादा की रकम नजरअंदाज करने वाली रकमएसबीआई चेयरमैन ने कहा कि , “जेट एयरवेज में फंसी कुल रकम हमारे सकल एनपीए का सात बीपीएस है। इसलिए यह चिंता की बात नहीं है। 23 लाख करोड़ रुपये कर्ज की बही में 1,600 करोड़ रुपये सकल एनपीए का महज सात बीपीएस है। इसलिए इसे नजरंदाज किया जा सकता है।” कुमार ने कहा कि जेट एयरवेज में फंसी रकम की बात भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बैंक ने एस्सार और दो अन्य खातों के लिए 100 फीसदी प्रोविजनिंग की है। एसबीआई के प्रबंध निदेशक अभिजीत बसु ने कहा, “आईएलएंडएफएस के लिए एनपीए की पहचान आरबीआई के मानकों के अनुसार किया गया है। हमने सभी होल्डिंग कंपनियों में 50 फीसदी की प्रोविजनिंग की है। इसमें 3,487 करोड़ रुपये फंसी हुई और इसमें एनपीए 1,125 करोड़ रुपये है।
ये भी पढ़ें:
शनिवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आम जनता को मिली राहत, जानिए अपने शहर के दाम हाल ही में घटाया MCLR हालांकि हाल ही में
SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.05 फीसदी की कटौती की है, जिसके बाद लोन लेने वाले ग्राहकों राहत मिली है। एक साल के कर्ज पर एमसीएलआर 8.50 फीसदी से घटाकर 8.45 फीसदी पर आ गई हैं। अब आपको पहले की तुलना में कम ईएमआई देनी होगी।
Business जगत से जुड़ी
Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर और पाएं बाजार,फाइनेंस,इंडस्ट्री,अर्थव्यवस्था,कॉर्पोरेट,म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें
patrika Hindi News App