6 December 2025,

Saturday

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सुविधाओं के अभाव में Anita Kumari मात्र माड़ भात खाकर बनी इंटरनेशनल फुटबॉलर, Under 17 FIFA Womens Wolrd Cup के लिए हुआ चयन

झारखंड की फुटबॉलर अनिता कुमारी ने कड़ी मेहनत करते हुए भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में अंडर 17 फीफा वर्ल्ड कप के लिए जगह बना ली है। उनकी सफलता की कहानी आपको जरूर सोचने पर मजबूर कर देगी

2 min read
Google source verification
Under 17 FIFA Womens World Cup and Anita Kumari

Under 17 FIFA Womens World Cup and Anita Kumari

Under 17 FIFA Womens World Cup: कहते हैं अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो सारी कायनात उसे प्राप्त करने में आपकी मदद करने में लग जाती है। इसी कहावत को सच कर दिखाया है झारखंड की फुटबॉलर अनिता कुमारी (Anita kumari) ने, जिन्होंने संसाधनों के अभाव में कड़ी मेहनत कर अंडर-17 फीफा महिला वर्ल्ड कप (Under 17 FIFA Womens World Cup) की भारतीय टीम में वह शामिल हो गई हैं।

संसाधनों के अभाव में की कड़ी मेहनत

अनिता कुमारी झारखंड के रांची के काके प्रखंड की रहने वाली हैं। अंडर 17 फीफा वर्ल्ड कप में उनके चयन से अनिता के गांव चारीहुजीर को चर्चा में ला दिया है। बता दें कि उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी और आज उनकी सफलता रंग लाई। अनीता की मां (आशा देवी) बताती हैं कि एक फुटबॉलर बनने के लिए उनकी बेटी को जो मिलना (पोषण) चाहिए था, वह देना उनके बस की बात नहीं थी। अनीता की मां बताती हैं कि उन्होंने अपनी बेटी को माड़ भात देकर ही समय बिताया और अनीता ने माड़ भात (चावल और उसका पानी) से ही मजबूती पाई और दुनिया में अपनी पहचान बनाई।

यह भी पढ़ें - Umran Malik को टी-20 World Cup में चुना जाना चाहिए- पूर्व भारतीय दिग्गज ने की मांग

अनिता कुमारी झारखंड के एक बेहद ही गरीब परिवार से आती हैं और उनकी पिता की शराब की लत की वजह से मां को दिन भर काम करना पड़ता है। अनिता कुमारी का परिवार झारखंड के जिस गांव में रहता है उस गांव में उनका कच्चा मकान है और बरसात के दिनों में वह बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं। दैनिक मजदूरी करने वाली उनकी मां के पास इतने भी पैसे नहीं है कि वह अपनी पक्की छत बनवा सकें।

इस मिट्टी के घर में अनिता कुमारी द्वारा जीते गए कई पदक और मेडल रखे हैं जिस पर मिट्टी की धूल छाई हुई है। अनीता की मां बताती है कि हमारे घर में मीटर नहीं है लेकिन फिर भी बिजली का बिल 15,000 से ज्यादा का आया है अनीता के पिता की शराब की लत के कारण जीवन जीने में उन्हें काफी कठिनाई होती है। लेकिन फिर भी अनीता की मां ने अपनी पांच बेटियों को पाल पोस के ना सिर्फ बड़ा किया बल्कि तीन बेटियों की शादी भी कर दी। (Source-News18)

यह भी पढ़ें - 'श्रेयस अय्यर से बेहतर है सूर्यकुमार यादव' पाकिस्तानी दिग्गज ने किया दावा