रिपोर्ट के अनुसार, विलियम रोजर्स आइस स्केटिंग टीचर हैं और हाल ही वे स्केटिंग करते वक्त बर्फ की झील में गिर गए। घटना के वक्त विलियम के आस पास कोई नहीं था। ऐसे में वे किससे मदद मांगते। उस वक्त विलियम के पास मोबाइल भी नहीं था। जब उन्हें कुछ नहीं सूझा तो उनकी नजर अपनी एप्पल वॉच पर गई। तब तक रोजर्स को सांसें भी थमने लगी थी। ऐसे में रोजर्स ने एप्पल स्मार्टवॉच के SOS फीचर का इस्तेमाल करते हुए 911 पर इमरजेंसी कॉल लगा दिया। इसके बाद फायरफाइटर्स कुछ ही मिनटों में विलियम रोजर्स के पास पहुंच गए और उनकी जान बचा ली। रिपोर्ट के मुताबिक अगर थोड़ी देर और हो जाती तो विलियम की जान भी जान सकती थी।
विलियम रोजर्स का कहना है कि एप्पल वॉच की वजह से उनकी जान बच पाई है। बता दें कि इससे पहले भी Apple Watch की वजह से लोगों की जान बचाए जाने की खबरें सामने आई थीं। एप्पल वॉच में SOS फीचर की होता है। इस SOS फीचर के जरिए व्यक्ति इमरजेंसी में आसपास के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकता है। बता दें कि आजकल स्मार्ट वॉच में कंपनियां फिटनेस फीचर्स के अलावा लाइफ सेविंग फीचर्स भी दे रही हैं।
पिछले साल जुलाई में एक खबर आई थी जिसमें नदी में डूबते हुए एक युवक की जान SOS फीचर की वजह से बची थी। दरअसल, शिकागो में एक युवक स्काईलाइन की फोटो क्लिक करने के लिए जेट से राइडिंग कर रहा था कि अचानक से तेज लहरों के कारण उसका बैलेंस बिगड़ गया और वो गिर गया। इस दौरान उसका फोन भी गिर गया। वह मदद के लिए चिल्लाया लेकिन किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी। तब उसने एप्पल स्मार्ट वॉच में मौजूद फीचर सोफिसटिकेटिड ऑपरेटिग सिस्टम (SOS) की मदद से आपातकालीन सेवा के लिए कॉल किया। कुछ ही मिनटों में शिकागो पुलिस ने युवक को बचा लिया।
पिछले वर्ष अक्टूबर में एक खबर आई थी कि एप्पल वॉच की वजह से इंदौर के एक बुजुर्ग प्रोफेसर की जान बच गई थी। Apple Watch के ईकोकार्डियोग्राम (ECG) फीचर की वजह से इंदौर निवासी 61 साल के बुजुर्ग आर. राजहंस की जान बची थी। इंदौर निवासी आर.राजहंस पेशे से सेवानिवृत्त फार्मा प्रोफेशनल हैं। उनके पास एप्पल वॉच सीरीज 5 है। इस वॉच की मदद से वह रोजाना अपनी ईसीजी भी चेक करते रहते हैं। हार्वड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे उनके बेटे सिद्धार्थ ने उन्हें यह घड़ी तोहफे में दी थी। बेटे सिद्धार्थ ने बताया था कि एक दिन आधी रात को पिता के दिल की धड़कन दो से तीन बार असामान्य व अनियमित पाई गई। उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई थी।
जांच कराई तो पता चला कि राजहंस को लो इजेक्शन फ्रैक्शन हो गया था और तुरंत सर्जरी कराए जाने की आवश्यकता थी। लेकिन कोरोना महामारी के चलते लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से राजहंस की सर्जरी थोड़ी देर हो गई। इस दौरान वे एप्पल वॉच से लगातार अपनी ईसीजी की जांच करते रहे। बेटे सिद्धार्थ ने एप्पल के सीईओ टिम कुक को पूरी जानकारी दी। इसके बाद कुक ने उनके पिता के जल्द स्वस्थ होन की कामना करते हुए ट्वीट किया था।