
रिलायंस जिओ अब अपनी खुद की बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी Jio Coin मुद्रा लाने की तैयारी कर रही है। मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश Reliance Jio Coin प्रोजेक्ट की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। इस ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करने के लिए 50 युवा प्रोफेशनलों की टीम बनाई जा रही है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर युवाओं में काफी क्रेज है। एक सर्वे के मुताबिक भारत में Cryptocurrency के 6 लाख से ज्यादा सक्रिय ट्रेडर्स हैं। वहीं, 25 लाख लोगों ने देशभर की 9 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में खुद को पंजीकृत करा रखा है। ऐसे में अब रिलायंस जिओ कॉइन काफी चौंकाने वाला है। हम आपको बता रहे हैं जिओ कॉइन के बारे में कुछ खास बातें...
क्या है जिओ कॉइन क्रिप्टोकरेंसी (Reliance Jio Coin Cryptocurrency)
क्रिप्टोकरेंसी एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ यह होता है कि मुद्रा किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती। इसको कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान के लिए ही बनाया जाता है। इसका जीता जागता और पहला उदाहरण बिटकॉइन मुद्रा है। ठीक इसी तरह से जिओ कॉइन का निर्माण किया जाएगा और यह भी कंप्यूटरीकृत मुद्रा/आभासी मुद्रा होगी जिसको आप छू और देख नहीं सकेंगे, केवल यूज ही कर सकेंगे।
ऐसे यूज कर सकेंगे JioCoin
Reliance JioCoin सामूहिक संगणक जाल पर पारस्परिक भुगतान हेतु कूट-लेखन द्वारा नवीन मुद्रा होगी जिसको अंकीय प्रणाली से बनाया जा रहा है और इसको अंकीय पर्स में ही रखा जा सकता है। यह आभासी मुद्रा पूर्णतया खुला भुगतान तंत्र होगा। यह डिजिटल करेंसी केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है। आप JioCoin से आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकते हैं और इसको लगभग सभी ई—कॉमर्स वेबसाइट्स स्वीकार करेंगी। JioCoin से आप प्लेन की टिकट, होटल रूम, इलेक्ट्रॉनिक्स, कार, कॉफी और किसी अन्य चीजें खरीदकर उसका पेमेंट कर सकेंगे।
JioCoin के ये होंगे फायदे
अभी आम डेबिट /क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने में जहां शुल्क देना होता है वहीं, जिओकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होगा। इसके लेनदेन करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। इस वजह से यह लोकप्रिय हो सकता है। इसके अलावा यह फास्ट और सिक्योर भी होगा। आपको बता दें कि क्रेडिट कार्ड की तरह ही जिओ कॉइन में भी कोई क्रेडिट लिमिट नहीं होगी। न ही इसको नगदी की तरह लेकर घूमने की समस्या रहेगी। इसमें खरीदार की पहचान का खुलासा किए बिना पूरे जिओ कॉइन नेटवर्क के प्रत्येक लेन देन के बारे में पता किया जा सकेगा। बिटकॉइन की तरह ही यह भी दुनिया में कहीं भी कारगर और प्रचलित होगी जिसकी कोई सीमा नहीं होगी।
क्रिप्टोकरेंसी और करेंसी में ये होता है फर्क
दुनिया के हर देश में अपनी मुद्रा (Currency) का अपना अपना नाम और वैल्यू रहती है। प्रत्येक देश में उस देश की मुद्रा (Currency) का नाम होता है भारतीय मुद्रा को रुपए कहा जाता है वहीं, अमरीका मुद्रा को डॉलर। इनको हम देख, छू सकते हैं साथ में लेकर भी घूम सकते हैं। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी इन्टरनेट की एक डिजिटल मुद्रा है वर्चुअल यानी अदृश्य है। इसका सीधा सा उदाहरण बिटकॉइन है। इसके मूल्य का भी अलग—अलग देशों की प्रचलित मुदा की तुलना में किया जाता है। अभी जहां 1 बिटकॉइन की कीमत करीब Rs 67712.20 है, ठीक उसी तरह से जिओ कॉइन का भी मूल्य निर्धारित किया जाएगा।
चेतावनी/नोट
आपको बता दें कि रिलायंस जिओ ने अपनी जिओ कॉइन का सिर्फ ऐलान किया है और इसके यूज और प्रचलन के बारे में भी कुछ नहीं कहा है। पत्रिका डॉट कॉम आपको सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी के प्रचलन, उसका यूज, फायदे और नुकसान के बारे में अपना व्यू बता रहा है की जिओ कॉइन भी ऐसे ही काम कर सकती है। गौरतलब भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 24 दिसम्बर 2013 को वर्चुअल मुद्राओं के सम्बन्ध में एक प्रेस जारी कर कहा गया था कि ऐसी मुद्राओं के लेन-देन को कोई अधिकारिक अनुमति नहीं है और इनका लेन-देन करने में कई स्तर पर जोखिम है। इसके बाद फरवरी 2017 और 5 दिसम्बर 2017 को भी रिजर्व बैंक ने पुन: इनके बारे में चेतावनी जारी की थी।
Updated on:
12 Jan 2018 01:10 pm
Published on:
12 Jan 2018 12:15 pm
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