
बड़ी खबर: यूपी डीजीपी ने दिए निर्देश, सबसे पहले इनको मिलेगा शस्त्र लाइसेंस
गाजियाबाद। शस्त्र लाइसेंस पर से रोक हटने के बाद लोगों की लाइन लगी हुई है। बात नोएडा की करें तो ढाई माह में यहां 6 हजार फॉर्म जमा हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि इनमें से 300 से अधिक फॉर्म अधिकारियों की रिपोर्ट लगने के बाद कलेक्ट्रेट पहुंच गए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ने सराफा व्यापारियों को प्राथमिकता के तौर पर लाइसेंस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
सराफा कारोबारियों को कई बार निशाना बना चुके हैं बदमाश
दरअसल, बदमाश कई बार सराफा कारोबारियों को निशाना बना चुके हैं। हाल ही में साहिबाबाद थाना क्षेत्र में सराफा करोबारी के यहां दो करोड़ की डकैती भी पड़ी थी। इस तरह से कारोबारियों को कई बार बदमाशों ने अपना निशाना बनाया है। लगातार हो रही वारदातों के बाद सराफा एसोएसिएशन ने शस्त्र लाइसेंस के लिए व्यपारियों को उनकी सुरक्षा के लिए प्राथमिकता देने का अनुराेध किया था। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलरी एसाेएसिएशन ने एक पत्र डीजीपी को भेजा था। एसोसिएशन की तरफ से अनुरोघ किया गया था कि जिला प्रशासन की तरफ से जो भी शस्त्र लाइसेंस जारी किए जाएं, उसमें सराफा कारोबारियों को प्राथमिकता दी जाए। एसोसिएशन के पास लाइसेंस के लिए अब तक दो दर्जन से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं।
आवेदन के साथ देंगे एसोसिएशन का लेटर हेड
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राज किशोर गुप्ता ने बताया कि डीजीपी की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष अनुराग रस्तोगी को पत्र भेज दिया गया है। उसके अनुसार, प्रत्येक जनपद में आवेदन करने वाले सराफा कारोबारी काे शस्त्र लाइसेंस में प्राथमिकता देने की बात कही गई है। इसके लिए एसोसिएशन के लेटर हेड को सराफा कारोबारी आवेदन के साथ देंगे।
आवेदन करने वालों में युवा ज्यादा
वहीं, गौतमबुद्ध नगर में तैनात असलहा बाबू अरविंद कुमार ने बताया कि शस्त्र लाइसेंस पर से 1 अक्टूबर को रोक हट गई थी। अब तक नोएडा में 6 हजार से अधिक आवेदन जमा हो चुके हैं। उनका कहना है कि आवेदन करने वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 23 से 36 साल है।
Published on:
18 Dec 2018 11:50 am
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