यह भी पढ़ें- Independence Day 2021: 75वें स्वतंत्रता दिवस से यूपी के युवाओं को बड़ा तोहफा, सभी जिलों में मिलेगा अच्छी स्पीड के साथ फ्री वाई-फाई जानकारी के अनुसार, कुछ कंपनी की कार के कुछ मॉडल करीब 4 महीने से 6 महीने की वेटिंग पर उपलब्ध हो पा रहे हैं। लेकिन, जो लोग जल्द ही कार लेना चाहते हैं। ऐसे लोगों के लिए कार डीलरों ने एक नया फार्मूला ईजाद किया हुआ है। इसके तहत कार में करीब एक लाख रुपए की एसेसरी लगवानी अनिवार्य है या फिर 40-50 हजार रुपए की घूस देकर वेटिंग वाली कार बेची जा रही हैं।
पीड़ितों की आपबीती गाजियाबाद निवासी युवक अमित ने बताया कि वह मारुति कंपनी की सीएनजी अर्टिगा कार खरीदने के लिए कई शोरूम पर गए। जहां पर बताया गया कि इस कार पर करीब 6 महीने की वेटिंग चल रही है। यदि आप आज बुक करवाएंगे तो 4 से 6 महीने बाद आपको कार उपलब्ध हो पाएगी। लेकिन, अमित ने कहा कि उसे कार जल्द ही चाहिए। इस पर कार डीलर के यहां मौजूद एक कर्मचारी ने बताया कि आपको आपके समय पर कार मिल जाएगी।लेकिन, आपको एजेंसी से ही 80000 से 100000 तक की एसेसरी लगवानी होगी और यदि एसेसरी नहीं लगाते तो आपको 40 से 50 हज़ार रुपये अतिरिक्त देने होंगे, जिसकी कोई रसीद भी नहीं दी जाएगी। इसी तरह गाजियाबाद के ही रहने वाले मनोज कुमार ने बताया कि उन्हें इनोवा कार खरीदनी थी। वह जब एजेंसी पर पहुंचे तो उन्हें भी वही रास्ता दिखाया गया। इस तरह के मामले सभी कार खरीदने वालों के सामने आ रहे हैं। अमित और मनोज ने इसकी शिकायत संभागीय परिवहन विभाग में एआरटीओ प्रशासन से की है।
डीलर्स के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई इस संबंध में पत्रिका संवाददाता ने एआरटीओ प्रशासन से बात की। जहां एआरटीओ प्रशासन विश्वजीत प्रताप सिंह ने कहा कि इस तरह की शिकायत उन्हें भी प्राप्त हो रही हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए वह एक खास योजना तैयार करने वाले हैं। योजना के तहत सभी कार एजेंसी से हर महीने स्टॉक मंगवाए जाएंगे और बुकिंग करने वाले लोगों की भी जानकारी ली जाएगी। यदि उसमें कुछ गड़बड़ी पाई जाती है तो तत्काल प्रभाव से ऑर्डर या बुकिंग के अलावा गाड़ियों को लॉक कराया जाएगा और कार डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।