
गाजियाबाद। कोरोना वायरस के मरीजों व संदिग्धों के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। जिसके अंतर्गत गाजियाबाद में क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की अब मनोवैज्ञानिकों से काउंसलिंग कराई जा रही है। जिसके बाद गाजियाबाद यूपी का एकमात्र ऐसा जिला बन गया है जहां ये पहल की गई है। प्रशसान का कहना है कि कोरोना को लेकर जागरूक और मनोवैज्ञानिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए काउंसलिंग की जा रही है। जिसके अंतर्गत एक्सपर्ट मनोवैज्ञानिकों की टीम द्वारा प्रॉपर किट में अस्थायी क्वारंटाइन में रखे लोगों की काउंसलिंग कराई जा रही है। यह टीम क्वॉरेंटाइन में रहने वाले लोगों को तनाव, क्रोध , व्यवहार और व्यक्तिगत परामर्श जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर काउंसिल कर रही है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिन लोगों को क्वॉरेंटाइन मेरा रखा गया है, ऐसे लोगों को जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के बारे में वैज्ञानिकों की टीम के द्वारा उनकी काउंसलिंग कराई जा रही है।आखिर कोविड-19 क्या है, इसके क्या लक्षण है और यह कैसे फैलता है, इससे किस तरह से निजात पाने के लिए हमें क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए तथा इसका इलाज व उपचार और रोकथाम क्या है? सामाजिक भेदभाव की इसमें क्या भूमिका है? तनाव व क्रोध व्यवहार में व्यक्तिगत परामर्श आदि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर इनकी काउंसलिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों की टीम पूरी तरह से प्रॉपर किट के साथ काउंसलिंग कर रही है। साथ ही सोशल डिस्टेंस का भी विशेष ध्यान रखा गया है और यह गाजियाबाद में सबसे पहले शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि इसके बाद तमाम लोगों को कोविड-19 के बारे में पूरी तरह जागरूक किया जा सकेगा।
Updated on:
12 Apr 2020 06:41 pm
Published on:
12 Apr 2020 06:40 pm
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