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यूपी गेट पर 12वें दिन भी किसानों का धरना जारी सड़कें जाम

नए कृषि कानून का विराेध कर रहे हैं किसान यूपी गेट पर चल रहा है किसानाें का प्रदर्शन

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पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
गाजियाबाद ( latest ghazibad news ) दिल्ली यूपी बॉर्डर यानी यूपी गेट पर पिछले दाे सप्ताह से नए कृषि कानून का विरोध ( kisan andolan )
करने वाले किसान धरने पर बैठे हुए हैं। इस बॉर्डर पर आज 12वें दिन भी किसान वहां से हिलने को तैयार नहीं है। शुरुआती दौर में यह सभी किसान कृषि कानून का विरोध करने के लिए दिल्ली कूच करने के लिए निकले थे लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें यूपी गेट पर ही रोक दिया गया। इसके बाद से किसानों ने यहीं पर अपना आंदाेलन ( Farmer Protest ) शुरू कर दिया था।

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एक तरफ दिल्ली पुलिस और एक तरफ यूपी पुलिस यानी भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया और तभी से यह किसान यही धरने पर बैठे हुए हैं। इनका कहना है कि जब तक सरकार हाल में पास किए गए कृषि कानून को वापस नहीं लेती तब तक वह यहां से नहीं हटेंगे। किसानों का एक दल सरकार से वार्ता करने में लगा हुआ है लेकिन किसान उसके बावजूद भी यहां से टस से मस होने को तैयार नहीं है।

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बुधवार को धरने पर बैठे किसानों को अपना समर्थन देने पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर पहुंचे और इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर तमाम तीखी टिप्पणी की उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जो कानून पास किया गया है ।वह किसान विरोधी है और आज अन्नदाता सड़क पर आ चुका है। उसके बावजूद भी सरकार किसानों की बात पर गौर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरान किसानों को अपने खेतों में होना चाहिए था क्योंकि यह गेहूं बुवाई का वक्त है लेकिन आज मजबूरी में सड़क पर धरने पर बैठने को मजबूर है।

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हालांकि आज सरकार और किसानों के बीच सामंजस्य बैठाने का प्रयास किया जा रहा है वार्ता चल रही है। बुधवार को किसानों और सरकार के बीच छठी बार वार्ता हो रही है लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं निकला है। एक तरफ सरकार अपनी बात पर अडिग है कि कानून वापस नहीं होगा इसमें कुछ सुधार अवश्य हो सकता है वहीं दूसरी तरफ किसान इस बात पर पड़े हुए हैं कि जब तक कानून वापस नहीं लेंगे तब तक वह सड़क से नहीं हटेंगे। बुधवार को धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि उनके नेता सरकार से वार्ता कर रहे हैं जो भी आगे की रणनीति का आदेश होगा उसके हिसाब से ही सभी किसान अपना फैसला लेंगे।

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वहीं दूसरी तरफ इस रास्ते से दिल्ली आने जाने वाले लोग बड़ी परेशानी का सामना कर रहे हैं हालांकि आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहन और एंबुलेंस के अलावा सेना की गाड़ियों को भी इस रास्ते से निकलने दिया जा रहा है बाकी लोगों के लिए यह रास्ता फिलहाल बंद है। दोनों तरफ भारी सुरक्षा बल तैनात है और किसान अपने तंबू लगाए हुए वहीं धरने पर बैठे हुए हैं।