इंदिरापुरम इलाके में स्थित स्पर्श मेडिकेयर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर अमिताभ सिन्हा ने बताया कि इंदिरापुरम इलाके में ही रहने वाले 47 वर्षीय गजेंद्र चौधरी और उनकी पत्नी 45 वर्षीय लक्ष्मी देवी दोनों ही संक्रमित हो गए थे । एक मई को दोनों अस्पताल में भर्ती हुए थे उनकी पत्नी स्वस्थ होकर घर जा चुकी हैं जबकि गजेंद्र चौधरी का अभी भी उपचार चल रहा है। डॉ अमिताभ सिन्हा ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि रविवार को गजेंद्र चौधरी की 21 वीं शादी की सालगिरह है। तो उन्होंने केक मंगाकर आईसीयू में ही गजेंद्र चौधरी से केक कटवाया और उनकी वर्षगांठ को मौजूद स्टाफ और अन्य 15 मरीजों ने सेलिब्रेट करते हुए उन्हें बधाइयां दी।
अस्पताल प्रबंधन की ओर से आयाेजित इस कार्यक्रम को देखकर गजेंद्र चौधरी बेहद भावुक हो गए। इतना ही नहीं उन्हें देखकर स्टाफ के लोग भी भावुक हुए और प्रभु से जल्द स्वस्थ होने की कामना की गई। डॉ अमिताभ सिन्हा ने बताया कि संक्रमित मरीजों को कोरोना को हराने के लिए सबसे ज्यादा हौंसला और इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है। इसलिए इस तरह के कार्यक्रम होने के बाद मरीज की इच्छा शक्ति भी बढ़ती है और उसका हौसला भी बढ़ता है। दवा के साथ-साथ यह दोनों बेहद जरूरी हैं। डॉ अमिताभ सिन्हा ने कहा कि अन्य लोगों को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। दवा के साथ-साथ हौंसला और इच्छाशक्ति मजबूत करने की जरूरत है।