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राकेश टिकैत पर हमले के विरोध में हुई आपात पंचायत, गाजीपुर बॉर्डर पर महापंचायत का ऐलान इस मौके पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मौजूदा सरकार किसानों की बात पर ध्यान नहीं दे रही है। करीब 4 महीने से भी ज्यादा किसानों को धरने पर बैठे हुए हो चुके हैं और सरकार तानाशाही रवैया अख्तियार किए हुए है। इसका खामियाजा कहीं ना कहीं अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाल में ही होने वाले जिला पंचायत चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ सकता है। नरेश टिकैत ने कहा कि यूपी गेट बॉर्डर पर जिस दिन से किसान धरने पर बैठे हैं। उसी दिन से बड़ी संख्या में किसान तमाम तरह का मंथन करते रहते हैं और अब हर महीने किसानों की महापंचायत यूपी गेट बॉर्डर पर ही की जाती है।
उन्होंने कहा कि किसान केवल यह चाहते हैं कि सरकार उनकी मांग को मान ले। क्योंकि किसान शांति और मित्रता का हाथ बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन जिस तरह से सरकार किसानों की बात को अनदेखा कर रही है, वह बेहद गलत है। नरेश टिकैत ने कहा कि जब से किसान धरने पर बैठे हैं, किसी को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं और वह खुद नहीं चाहते कि किसी को भी उनकी वजह से कोई परेशानी हो।
कार्रवाई हुई तो खतरे में पड़ जाएगा छात्रों का भविष्य किसान नेता राकेश टिकैत की गाड़ी पर हुए हमले के बारे में भी उन्होंने कहा कि उस इलाके के सांसद और विधायक की शह पर ही कुछ छात्र गाड़ी पर हमला करने पहुंचे थे। यानी कि यह सभी छात्र एक षड्यंत्र के तहत वहां पहुंचे थे। नरेश टिकैत ने कहा कि यदि उन छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है तो उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता है। इसलिए वह नहीं चाहते कि किसी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई की जाए। वह केवल यह चाहते हैं कि कोई भी बेवजह की बातों में ना आए।