
गाजियाबाद. लोग अक्सर खाकी पर तमाम तरह के सवाल खड़े करते नजर आते हैं, लेकिन लॉकडाउन में गाजियाबाद पुलिस जिस तरह से अपनी ड्यूटी के साथ मानवता की मिसाल पेश कर रही है वह काबिलेतारीफ है। रविवार को जहां मोहन नगर में एक पुलिसकर्मी ने एक रिक्शेवाले का चालान काटकर ड्यूटी निभाते हुए खाने के लिए अपनी जेब से रुपये दिए थे। वहीं, साेमवार को विजय नगर में पेट्रोल बाइक पर गश्त कर रहे एक कांस्टेबल से भूख से तड़प रहे युवक की हालत देखी नहीं गई और उसे अपना लंच बाॅक्स खोलकर दे दिया। इतना ही नहीं कांस्टेबल ने उसे अपने हाथ से खाना भी खिलाया।
लॉकडाउन में अपनी ड्यूटी के साथ गाजियाबाद पुलिस मानवता का धर्म भी निभा रही है। इसका ताजा उदाहरण विजय नगर थाना क्षेत्र की प्रताप विहार कालॉनी में देखने को मिला है। दरअसल, थाना विजय नगर इलाके कि प्रताप विहार कॉलोनी में गुल मोहम्मद नामक कांस्टेबल सोमवार को पेट्रोल बाइक से गश्त कर रहे थे। इसी दौरान मेडिकल कॉलेज के बराबर वाली सर्विस रोड पर उन्हें एक युवक बेबस हालत में बैठा दिखाई दिया। गुल मोहम्मद ने उसके बारे में पूरी जानकारी की, लेकिन काफी देर बाद पता चला कि युवक खुद भी पढ़ा लिखा है। उन्हें पता चला कि युवक दिमाग से कुछ विक्षिप्त है। वह कई दिन से भूखा है। जैसे ही उस युवक ने कांस्टेबल गुल मोहम्मद को अपनी व्यथा सुनाई तो गुल मोहम्मद का दिल पसीज उठा और गुल मोहम्मद ने अपने लंच बॉक्स को खोलकर उसे अपने हाथों से खाना खिलाया।
पुलिसकर्मी के भूख से तड़प रहे युवक को खाना खिलाने के इस पल को कुछ लोगों अपने मोबाइल के कैमरे में कैद रहे थे तो कुछ पुलिसवाले को आशीर्वाद दे रहे थे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिसकर्मियों का दिल इतना अच्छा भी होता है, यह उन्हें आज देखने को मिला है। उन्होंने गुल मोहम्मद की जमकर तारीफ की। लोगों ने कहा कि हमें हमारी पुलिस पर गर्व है, जो लॉकडाउन में भी बेसहारा लोगों की मदद कर रही है। वहीं, गुल मोहम्मद ने बताया कि ड्यूटी के साथ भूखे युवक को अपना लंच खिलाने के बाद उन्हें आत्मिक शांति मिली है।
Published on:
18 May 2020 12:50 pm
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