
योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनवाने का दावा करने वाला आध्यात्मिक गुरु गिरफ्तार
गाजियाबाद. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गाजियाबाद के रहने वाले पुलकित महाराज उर्फ पुलकित मिश्रा को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पुलकित महाराज खुद को प्रधानमंत्री का आध्यात्मिक गुरु बताकर अलग-अलग राज्यों में सुरक्षा और वीआईपी प्रोटोकॉल की मांग करता था। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने पीएमओ से मिली शिकायत के बाद पिछले माह ही केस दर्ज किया था। इस संबंध में क्राइम ब्रांच के एसीपी राजीव रंजन ने बताया कि पुलकित मिश्रा साहिबाबाद में डांस अकादमी चलता है। वह अपने आपको अलग-अलग मिनिस्ट्री का बड़ा अधिकारी बताकर जहां भी जाता वहां के प्रशासन से सरकारी सुविधाएं लेता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वीआईपी सुविधा लेने वाला पुलकित महाराज साहिबाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में रहता था और खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आध्यात्मिक गुरु बताता था। उसकी गिरफ्तारी की खबर के बाद 'पत्रिका' ने इस फर्जी महाराज के घर पहुंचकर पड़ोसियों और इलाके के लोगों से इसके बारे में बातचीत की। बातचीत में जो कुछ निकल कर आया वह हैरान करने वाला है। पड़ोसियों ने बताया कि करीब 2 साल पहले पुलकित महाराज यहां शिफ्ट हुआ था। पुलकित महाराज से इलाके के लोग भी डरे सहमे रहते थे। पड़ोसियों ने बताया कि एस्कॉर्ट और गनर के साथ यह फर्जी महाराज निकलता था और कई बड़े लोगों का इसके यहां आना-जाना था। पुलिस एस्कोर्ट काफी देर तक इसके इंतजार में घर के नीचे खड़ी रहती थी। महाराज महंगे कपड़े और मालाएं पहनकर लोगों पर अपना रोब गांठता था। साथ ही लोगों को अपने बड़े लोगों से पहचान और रसूख की धमकी देता था।
पड़ोसियों से भी इसका व्यवहार अच्छा नहीं था। इतना ही नहीं इसने मकान की छत पर अवैध निर्माण कर डांस अकादमी बना ली थी। जब लोगों ने इसका विरोध किया और अधिकारियों से शिकायत की तो उसने न केवल लोगों को धमकाया, बल्कि शिकायत पर कोई सुनवाई भी नहीं होने दी। दरअसल, फर्जी महाराज पुलकित के रसूख से जीडीए अधिकारी भी कोई कार्रवाई नहीं करते थे। इसके पीछे खुद को सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का आध्यात्मिक गुरु बताना ही नहीं, बल्कि पुलकित महाराज यह भी दावा करता था कि योगी आदित्यनाथ को उसने ही उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनवाया है। पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उसे कॉल किया और पूछा कि कौन मुख्यमंत्री होना चाहिए। उसने ही योगी आदित्यनाथ का नाम सुझाया इसके बाद योगी मुख्यमंत्री बन सके। इससे साफ है कि फर्जी तरीके से प्रधानमंत्री मंत्री से संबंध और उनका अध्यात्मिक गुरु होने का दावा कर वह न सिर्फ इलाके के लोगों, बल्कि बड़े अधिकारियों पर रोब जमा रहा था और अधिकारियों को डराकर वीआईपी सुविधाओं का लाभ ले रहा रहा था।
भाजपा नेता पवन रेड्डी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार पुलकित महाराज गाड़ियों में हूटर बजाता हुआ इलाके से गुजरता था। लोगों को यही बताता था कि वह पीएम मोदी का आध्यात्मिक गुरु है, जिसकी वजह से इलाके के लोग उससे डरते थे। उन्होंने कहा कि इस जैसे फर्जी महाराज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि भाजपा को पुलकित महाराज जैसे लोग बदनाम कर रहे हैं।
Published on:
29 Sept 2018 09:47 am
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