लंबे समय से फरार चल रही आफ्सा अंसारी के खिलाफ तलाश अभियान जारी है। हाल ही में उसकी संपत्तियों और बैंक खातों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। इसी सिलसिले में पुलिस ने उसके एक बैंक लॉकर को फ्रीज किया है।
गाजीपुर कोतवाली में दर्ज मुकदमा संख्या 96/2023 और गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमा 667/2020 के सिलसिले में पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि आफ्सा का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की यूपी सिविल सचिवालय लखनऊ शाखा में एक बैंक लॉकर है, जो खाता संख्या 10223102494 से जुड़ा हुआ है। पुलिस को इनपुट मिला था कि इस लॉकर में कुछ गोपनीय और संदिग्ध दस्तावेज हो सकते हैं।
सूचना के आधार पर थाना कोतवाली की टीम ने संबंधित बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और नियमों के तहत लॉकर को सील करने की प्रक्रिया पूरी की। अब यह लॉकर फ्रीज कर दिया गया है और इसमें रखे दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
बताया जा रहा है कि आफ्सा अंसारी की गतिविधियां लंबे समय से संदिग्ध रही हैं। वह अपने पति मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुई थी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वह लगातार पुलिस की पकड़ से बच रही है। आफ्सा अंसारी के खिलाफ गाजीपुर कोतवाली और नंदगंज थाने में कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज हैं। इनमें धोखाधड़ी, धमकी, जालसाजी, आपराधिक षड्यंत्र, अवैध वसूली और गैंगस्टर एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। वह 50 हजार रुपये की इनामी फरार अपराधी घोषित की जा चुकी है।
गाजीपुर पुलिस का कहना है कि आफ्सा की गिरफ्तारी के प्रयास लगातार जारी हैं और जब तक उसे पकड़ा नहीं जाता, तब तक उसकी संपत्तियों और आर्थिक स्रोतों पर कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस के इस कदम से जिले में अपराधियों में भय का माहौल बना है।
Updated on:
20 Jun 2025 08:00 pm
Published on:
20 Jun 2025 07:59 pm