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किसान सम्मान निधि को लेकर प्रदेश के 75 जिलों मे 5.53 लाख लोग आए जांच के दायरे में सत्यापन के बाद होगी वसूली?

PM-Kisan: उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में पीएम किसान सम्मान निधि योजना का गलत फायदा उठाने वाले 5.53 लाख दंपतियों का सत्यापन शुरू। कृषि विभाग की जांच में पति-पत्नी दोनों लाभार्थियों की पहचान कर अपात्र से धनराशि वसूल की जाएगी। योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद देना है।

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Pm kishan samman nidhi

फोटोसोर्स पत्रिका

PM-Kisan: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) किसानों को आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से फरवरी 2019 में शुरू की गई थी। योजना के तहत पात्र किसानों के बैंक खातों में हर तिमाही दो हजार रुपये भेजे जाते हैं। नियमों के अनुसार, एक परिवार में पति-पत्नी में से केवल एक ही सदस्य इस योजना का लाभ उठा सकता है।

PM-Kisan: प्रदेश स्तर पर हुई समीक्षा में गोंडा समेत प्रदेश के 75 जिलों में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार 5,53,749 दंपति दोनों मिलकर योजना का लाभ ले रहे हैं। देवीपाटन मंडल में ही इसका आंकड़ा 32,444 लाभार्थियों तक पहुंच गया है। शासन स्तर पर तथ्य उजागर होने के बाद कृषि विभाग को सूची के आधार पर सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद जो भी लाभार्थी अपात्र पाए जाएंगे, उनसे वसूली की जाएगी।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक मदद करना है। इसके लिए पात्र लाभार्थी के परिवार में कृषि योग्य भूमि होना जरूरी है। जिसमें पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल होते हैं। साथ ही लाभार्थी भारत का नागरिक होना चाहिए और कुछ पेशेवर वर्ग, पूर्व या वर्तमान संवैधानिक पद धारक योजना में पात्र नहीं हैं।

कुछ आंकड़े इस प्रकार

गोंडा- 9,073
बहराइच- 15,443
बलरामपुर- 4,081
श्रावस्ती- 3,947
लखनऊ- 4,724
हरदोई- 13,795
लखीमपुर खीरी- 17,881
रायबरेली- 13,626
सीतापुर- 18,862

उपकृषि निदेशक बोले- सत्यापन के बाद पत्र से होगी वसूली

कृषि उप निदेशक, गोंडा, प्रेम कुमार ठाकुर ने बताया कि दंपतियों की सूची मिल चुकी है। और उसका सत्यापन प्रक्रिया में है। सत्यापन के बाद अपात्र लाभार्थियों की पहचान कर उनकी राशि वापस वसूल की जाएगी।