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नवरात्रि में मां देवी भगवती के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के 6वें दिन मां कात्यायनी की पूजा से जातकों के विवाह की बाधा दूर होने के साथ-साथ घर में सुख शांति आती है।
आचार्य पवन शास्त्री बताते हैं कि नवरात्रि के छठवें दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाती है। माता कात्यायनी को ब्रज की अधिष्ठात्री देवी हैं। मां के इस स्वरूप की पूजा करने से अविवाहत जातकों के लिए विवाह के योग बनते हैं। इस दिन कुछ उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। सोमवार यानी 27 मार्च को नवरात्र का छठवां दिन है। इस दिन मां कात्यानी की सच्चे मन से पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ऐसे करें मां की पूजा
एक नारियल लेकर उसको चुनरी से लपेट लें। नारियल के साथ लाल सफेद और पीले फूल लेकर मां को अर्पित करें। इस दिन मां को सोलह सिंगार भी चढ़ाएं। गोबर के उपले में लोंग और कपूर की आहुति दें। उसके बाद शहद का भोग लगाएं।
इन मंत्रों का करें जाप
ॐ देवी कात्यायन्यै नम:॥ चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी॥ या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
मां कात्यायनी पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं और फिर साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
मां की प्रतिमा को शुद्ध जल या गंगाजल से स्नान कराएं।
मां को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें।
मां को स्नान कराने के बाद पुष्प अर्पित करें।
मां को रोली कुमकुम लगाएं।
Published on:
26 Mar 2023 01:34 pm
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