Gonda News: गोंडा जिले के आयुष्मान आरोग्य केंद्रों पर CHO के कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर के अनुपस्थित होने की डीएम को लगातार शिकायत मिल रही थी। डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों की एक टीम गठित कर 33 केंद्रों की जांच कराई। जिसमें से चार केंद्रों पर CHO अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने सभी का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही आयुष्मान आरोग्य केंद्र पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की निर्देश दिए हैं।
Gonda News: गोंडा जिले में संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की कार्यप्रणाली में लापरवाही और कर्मचारियों की गैरहाजिरी पर डीएम नेहा शर्मा ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी द्वारा गठित जिला स्तरीय जांच टीमों ने अब तक 33 आयुष्मान आरोग्य केंद्रों का निरीक्षण किया है। जिसमें पटखौली (सीएचसी छपिया), नौबरा (काजीदेवर), बनघुसरा (काजीदेवर), एवं ढोढ़ेपुर (तरबगंज) के केंद्रों पर सीएचओ की अनुपस्थिति दर्ज की गई है।
इस पर डीएम ने सख्त कार्रवाई करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अनुपस्थित पाए गए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHO) के वेतन में कटौती की जाए। एनसीडी स्क्रीनिंग न करने वाले कर्मचारियों को चेतावनी जारी की जाए। साथ ही, एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन प्रक्रिया को आगामी 7 दिनों के भीतर प्रारंभ कराने, अनटाइड फंड के समुचित उपयोग और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आदेशित किया है कि निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। सभी संबंधित बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट समयबद्ध रूप से प्रस्तुत करें। साथ ही, जिन आरोग्य मंदिरों की जांच रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है। उनकी अंतिम आख्या 16 जून 2025 तक संकलित कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
इस क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला सामुदायिक कार्यक्रम प्रबंधक को भी निर्देशित किया गया कि शेष सत्यापन रिपोर्ट निर्धारित समय सीमा तक पूर्ण करते हुए, सभी केन्द्रों की स्थिति मुख्य चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत करायी जाए।
Updated on:
16 Jun 2025 07:17 pm
Published on:
16 Jun 2025 07:16 pm