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अखिलेश यादव के चादर चढ़ाने पर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का बड़ा बयान , SIR पर बोले…जो फॉर्म नहीं भर सकता वो राजनीति छोड़ दे

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने रविवार को गोरखपुर स्थित आवास पर परिवार सहित विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत फार्म भरा। उन्होंने सभी से फार्म भरने की अपील की

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फोटो सोर्स: पत्रिका, SIR फॉर्म भरते कैबिनेट मंत्री

रविवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद गोरखपुर स्थित अपने आवास पर परिवार के साथ SIR अभियान के तहत फॉर्म भरे। उन्होंने सभी से फार्म भरने की अपील की। संजय ने कहा कि कुछ लोग इस मामले में केवल राजनीति कर कर रहे हैं। यह किसी का नाम काटने का नहीं बल्कि जोड़ने और सही करने का अभियान है। यदि कुछ लोगों के बहकावे में आकर फार्म नहीं भरेंगे तो नाम कट जाएगा। उन्होंने कहा कि जो सही हैं, उनके नाम सूची में रहेंगे, जिनकी मृत्यु हो गई उनका नाम काट दिया जाएगा।

अखिलेश के चादर चढ़ाने पर बोले…ये सिर्फ तुष्टिकरण

कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा फतेहपुर सीकरी में तेरह साल बाद चादर चढ़ाने को लेकर उन्होंने कहा कि चादर चढ़ाने से कुछ नहीं होने वाला है, ये सिर्फ ने तुष्टिकरण है। इसी नीति से आज मुसलमान आज हाशिए पर है। हाथी, साइकिल व पंजा ने केवल वोट लिया है, बदले में उन्हें गरीबी देता है। हमारी सरकार मुसलमान को भी राशन, दवाई, मकान दे रही है। हम चाहते हैं कि मुसलमान का लड़का भी आगे बढ़ कर खुशहाल हो। नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के विकास की नींव रखी है, पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है।

क्षत्रिय और निषादों का त्रेता युग से संबंध, निषाद 24 कैरेट के राष्ट्रवादी

करणी सेना के बलिया जिलाध्यक्ष की ओर से उनकी जीभ काटने पर इनाम घोषित करने की बात पर कहा कि देश राजनीति से चलता है। ऐसे लोगों से नहीं चलता जो बिना कुछ सोचे-समझे सोशल मीडिया पर डाल दें। उन्होंने अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि बलिया बागी बलिया है। अंग्रेजों से लड़ता रहा है। हमारे लोगों ने अंग्रेजों को नदी में डुबोकर मारा है। हम 24 कैरेट के राष्ट्रवादी हैं। ऐसे लोग चाहते हैं कि निषाद और क्षत्रिय अलग-अलग हो जाएं और फिर क्षत्रिय विधायक न हों। क्षत्रिय व निषादों का त्रेता युग से संबंध रहा है। भगवान राम ने निषादराज को गले लगाया था। निषादराज ने सेना दिया था तब रावण खत्म हुआ था।

SIR पर बोले… फॉर्म भरना आसान, अंतिम तिथि का न करे इंतजार

डा. संजय निषाद ने कहा कि SIR के लिए राजनीति नहीं होनी चाहिए। जो चार लाइन का फार्म नहीं भर सकता, उसे राजनीति छोड़ देनी चाहिए। यह काफी आसान है। लोगों ने एक अफवाह फैलाकर इसे कठिन बना दिया है। जिसका 2003 की सूची में नाम है, वह फार्म में प्रिंटेड है। लोगों को बस यही बताना है कि वे जिंदा हैं, कहां वोट डालना चाहते हैं। सभी लोगों को यह फार्म भरना चाहिए। अंतिम तिथि तक इंतजार न करें।