27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मेडिकल छात्रा ने सुसाइड नोट में बताई प्रताड़ना की वजह, दो प्रोफेसर हिरासत में, डीन समेत 6 पर FIR

Medical Student Suicide: ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में गुरुग्राम निवासी मेडिकल छात्रा ज्योति शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। सुसाइड नोट में कथित रूप से मानसिक उत्पीड़न की बात कही गई है।

2 min read
Google source verification
Medical Student Suicide: मेडिकल छात्रा ने सुसाइड नोट में बताई प्रताड़ना की वजह, दो प्रोफेसर हिरासत में, डीन समेत 6 पर FIR

ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में मेडिकल की छात्रा ने किया सुसाइड। (फोटो : सोशल मीडिया)

Medical Student Suicide: ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में शुक्रवार देर रात बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। छात्रा ने कमरे में एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें विश्वविद्यालय के दो कर्मचारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दो प्रोफेसरों को हिरासत में लिया है। दूसरी ओर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छात्रा के सुसाइड के बाद अन्य छात्रों के साथ परिजनों ने विश्वविद्यालय में हंगामा कर दिया। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। इसके साथ ही मामले में यूनिवर्सिटी के डीन समेत करीब छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दो प्रोफेसरों को हिरासत में लिया है।

मौके से मिले सुसाइड नोट में बताई सुसाइड की वजह

अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार के अनुसार, नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के शारदा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाली छात्रा ज्योति शर्मा ने शुक्रवार रात अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें दो प्रोफेसरों पर मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। छात्रा ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है "उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उन्होंने मुझे अपमानित किया। मैं लंबे समय से उनकी वजह से तनाव में हूं। मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब झेलना पड़े। मुझे माफ़ करना। मैं अब ऐसे नहीं जी सकती। मैं नहीं जी सकती।"

परिवार का आरोप- साजिश थी, मदद नहीं मिली

छात्रा के भाई ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर छात्रा को जानबूझकर फेल करने की धमकी दे रहे थे और परीक्षा व प्रैक्टिकल से वंचित करने की चेतावनी भी दी गई थी। एक हफ्ते पहले एक प्रोफेसर ने आरोप लगाया था कि ज्योति ने असाइनमेंट और किताबों पर फर्जी हस्ताक्षर किए हैं। इस पर उसके पिता रमेश जांगड़ा यूनिवर्सिटी आए और डीन व एचओडी से मुलाकात कर सफाई दी। परिवार का कहना है कि शुक्रवार सुबह तक ज्योति ने पिता से बात की थी लेकिन उसके बाद संपर्क नहीं हुआ। रात में जब उसका फोन नहीं उठा तो सहपाठी ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया।

पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप

छात्रा के पिता रमेश जांगड़ा ने आरोप लगाया कि उन्होंने घटना की जानकारी रात में ही पुलिस को दी थी, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को जानकारी देने में देरी की। रमेश का कहना है कि उनकी बेटी लगातार उत्पीड़न की शिकार थी और उसी दबाव में यह कदम उठाया।

गौतम बुद्ध नगर के नॉलेज पार्क थाना प्रभारी ने बताया कि छात्रा ज्योति शर्मा के पिता रमेश जांगड़ा की शिकायत पर यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. एम. सिद्धार्थ, प्रोफेसर सैरी, महेंद्र, अनुराग अवस्थी, सुरभि सहित एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, उत्पीड़न और धमकी देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए प्रोफेसर महेंद्र और सैरी मैडम को हिरासत में ले लिया है। वहीं, अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।

यूनिवर्सिटी प्रशासन का पक्ष

शारदा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति पी. के. गुप्ता ने बयान में कहा है कि मामले की आंतरिक जांच यूनिवर्सिटी स्तर पर शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्रा पर एक टेस्ट कॉपी में फर्जी साइन करने का आरोप था, जिस पर उसे टोका गया था और परिजनों को बुलाकर जानकारी दी गई थी। गुरुग्राम की ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा "पीसीपी और डेंटल मैटेरियल के शिक्षक मेरी मौत के लिए ज़िम्मेदार हैं।" बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।