
Green field expressway : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने हेरिटेज सिटी परियोजना में बदलाव करते हुए अब बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेस वे से सीधे जोड़ने के लिए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बनाने का फैसला किया है। इसके दोनों ओर पर्यटन, वाणिज्यक और संस्थागत भूखंड आवंटित होंगे। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे यमुना नदी पर ब्रज विकास परिषद की ओर से बनाए जा रहे पुल से जुड़ेगा। यहां से बांके बिहारी मंदिर की दूरी करीब पांच सौ मीटर है। मथुरा में ब्रज विकास परिषद बोर्ड की बैठक लेने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्राधिकरण एसीईओ मोनिका रानी और ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने हेरिटेज सिटी की प्रगति से अवगत कराया।
बता दें कि पहले प्राधिकरण ने कोल्डवैल बैंकर्स रिचर्ड एलिस (सीबीआरई) साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड से राया के नजदीक हेरिटेज सिटी की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कराई थी। इसमें करीब 16 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर हेरिटेज सिटी विकसित करने की योजना तैयार की गई थी, लेकिन बाद में ब्रज विकास परिषद ने पाया की यह योजना फिजिकल नहीं है। क्योंकि रास्ता काफी सकरा है, इससे भविष्य में काफी दिक्कत आएगी। इसलिए यह तय किया गया यमुना एक्सप्रेस-वे से बांके बिहारी मंदिर के लिए सौ मीटर चौड़ा और सात किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जाए।
वृंदावन पहुंचना होगा बेहद आसान
यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि ग्रीन फील्ड और सीधे बांके बिहारी मंदिर के लिए यमुना नदी पर ब्रज विकास परिषद द्वारा बनवाए जा रहे पुल से सीधे जुड़ेगा। इसके आगे करीब ढाई किमी मार्ग का निर्माण पहले ही ब्रज विकास परिषद करा रहा है। इसके अलावा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कांसेप्ट है। साथ ही कथा वाचनालय केंद्र बनेंगे। जहां कोई भी जाकर भागवत कथा सुन सकेगा। यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पहले बांके बिहारी मंदिर और फिर द्वारकाधीश मंदिर को जोड़ा जाएगा। इसको जोड़ने से लोगों को सुगमता हो जाएगी और वृंदावन पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा और इससे पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी। यहां से बांके बिहारी मंदिर की दूरी करीब पांच सौ मीटर है।
डीपीआर फाइनल होते ही सरकार से कराएंगे अप्रूव्ड
डाॅ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का अनुसूचित क्षेत्र 7 किलोमीटर का है। उसी 7 किलोमीटर को रेडियस में पूरा बनाया जाएगा। हेरिटेज सिटी को पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। 900 हेक्टेयर की जमीन पर एक्सप्रेस-वे बनेगा, जिसके निर्माण पर करीब साढ़े सात सौ करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। जैसे ही इस परियोजना की डीपीआर फाइनल होगी। गवर्नमेंट से इसका अप्रूवल कराया जाएगा और एक्सप्रेस-वे का निर्माण हम करेंगे और बाकी जो कमर्शियल डेवलपमेंट है, वह पीपीपी मोड पर होगा।
बिना किसी जाम के कर सकेंगे दर्शन
लोग जाम का सामने किए बगैर सीधे मंदिर जाकर दर्शन कर सकेंगे। ब्रज विकास परिषद पार्किंग के लिए बहुत बड़ी व्यवस्था कर रहा है। लोग अपने वाहनों को पहले ही पार्क करके पुल के पार बांके बिहारी मंदिर जा सकेंगे। इसके लिए 500 हेक्टेयर का क्षेत्र पहले ही चिन्हित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मैं यह पूरा स्पष्ट कर दूं कि यहां कोई शहर नहीं बसाया जा रहा है और ना कोई रियल स्टेट होगा। यहां कोई बिल्डिंग और प्लाट नहीं कटेगा। यह हमारी धरोहर के लिए है, हमारी संस्कृति के लिए हैं।
Published on:
08 Jun 2022 10:48 am
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