टैंकर मालिक कम्पनी स्टेना एम्पेरो के अनुसार पोत अब चालक दल के नियंत्रण में नहीं है। स्टेना एम्पेरो ने एक बयान में कहा कि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई है। जहाज में 23 लोगों में भारतीय, रूसी, लैटिन अमरीकी और फिलीपींस की राष्ट्रीयता वाले लोग सवार थे।
आपको बता दें कि ईरान ने शुक्रवार को एक ब्रिटिश टैंकर को जब्त कर लिया है। उसने ब्रिटिश जहाज पर अंतरराष्ट्रीय नियम उल्लंघन का आरोप लगाया है।
ईरान का बदला: खाड़ी में रोका ब्रिटिश तेल टैंकर, यूके और यूएस से विवाद गहराने के आसारविदेश मंत्रालय (MEA) ने शनिवार को कहा कि यह ईरान के दावों का पता लगा रहा है कि 23 लोगों में 18 भारतीय हैं, जिन्हें स्टेना इम्पीरो ब्रिटिश तेल टैंकर पर गिरफ्तार किया गया है, जो वर्तमान में लंगर में बन्दर अब्बास बंदरगाह है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “हम उनके विवरण का पता लगा रहे हैं। हमारा मिशन ईरान सरकार को भारतीय नागरिकों के शीघ्र रिहाई और प्रत्यावर्तन का है।”
उधर ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने दावा किया है कि उन्होंने स्टेट आफ होर्मुज में ब्रिटेन के एक टैंकर को पकड़ लिया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों के तहत हुई है।
ईरान का आरोप है कि अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों की अनदेखी करने पर ही इस तरह की कार्रवाई की गई। इस दौरान गार्ड्स टैंकर को किनारे पर ले गए और कानूनी प्रक्रिया के तहत इसे जांच के लिए संगठन को सौंप दिया गया।