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ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने विदेशी जहाज को जब्त करने का दावा किया

Iran Revolutionary Guards ने होर्मुज जलडमरूमध्य क्षेत्र में एक विदेशी मालवाहज जहाज को जब्त करने का दावा किया है अभी तक किसी भी देश ने जब्त जहाज के बारे में कोई दावा पेश नहीं किया है

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मालवाहक जहाज

ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने विदेशी जहाज को किया जब्त

तेहरान।ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ( Iran Revolutionary Guards ) ने एक मालवाहक जहाज को पकड़ने का दावा किया है। IRGC ने कहा है कि उसने होर्मुज के सामरिक जलडमरूमध्य के पास एक विदेशी जहाज को जब्त किया है, और इस्लामिक गणतंत्र से बाहर तस्करी कर तेल लाने वाले जहाज के चालक दल को हिरासत में लिया है।

बताया जा रहा है कि फारस की खाड़ी में गार्ड्स के नौसैनिक बलों ने होर्मुज की जलडमरूमध्य के बीच एक विदेशी जहाज को रोक दिया। इस जहाज में तस्करी का ईंधन भरा हुआ था।

गार्ड्स ने बताया है कि जहाज को लरक द्वीप ( Larak Island ) के दक्षिण में रविवार को पकड़ा गया, जो स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के सबसे संकीर्ण बिंदुओं में से एक पर स्थित है और यह ईरान के मुख्य तेल निर्यात बिंदुओं में से एक है। जहाज में 12 विदेशी चालक दल थे।

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हालांकि अभी तक किसी भी शिपिंग कंपनी या सरकार ने यह नहीं बताया कि उसके जहाजों में से एक को जब्त कर लिया गया है।

गुरुवार को IRGC के बयान के बाद ब्रेंट क्रूड की कीमत अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क गिरावट के लगातार दो सत्रों के बाद 1.3 प्रतिशत बढ़कर 64.46 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

बता दें कि यह घटना तेल समृद्ध गल्फ में हाल के दिनों में तेल टैंकरों पर हो रहे हमलों के बाद उपजे तनाव के बीच हुआ है। जबकि अमरीकी प्रतिबंधों के कारण ईरान के तेल निर्यात करने की क्षमता काफी प्रभावित हुआ है।

अमरीका-ईरान के बीच तनाव

गौरतलब है कि ओमान की खाड़ी में तेल टैंकरों पर हमले को लेकर ईरान और अमरीका के बीच तनातनी चल रही है। बीते महीने भी ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हमले किए गए थे।

इससे पहले चार अमरीकी तेल टैंकरों को निशाना बनाया गया था। इन हमलों के पीछ ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स को जिम्मेदार ठहराया गया। हालांकि ईरान ने लगातार इन आरोपों से इनकार किया है।

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अमरीका एक वीडियो जारी करते हुए यह आरोप भी लगाया था कि तेल टैंकरों पर ईरान की सेना ने हमला किया है। इसके बाद से ईरान की सेना ने एक अमरीकी ड्रोन को मार गिराया था। जिसके बाद से ईरान और अमरीका के बीच और भी तनाव बढ़ गए।

हालांकि ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि वे अमरीका के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। साथ ही परमाणु समझौते को लेकर भी बातचीत करना चाहते हैं। बता दें कि अमरीका ने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को बीते साल तोड़ दिया था और कई तरह के पाबंदी लगा दिए हैं।

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