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मोबाइल का ये ऐप 1 घंटे पहले बताएगा कहां गिरने वाली है बिजली

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मौसम वैज्ञानिकों ने तैयार किया है दामिनी ऐप..

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गुना. आमजन से लेकर किसानों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें आकाशीय बिजली गिरने की जानकारी समय रहते ही मिल जाएगी। इससे असमय होने वाली जनहानि को बचाया जा सकेगा। इस काम में मदद करेगा दामिनी ऐप, जिसे भारत सरकार के मौसम वैज्ञानिकों ने बनाया है। यह आसपास के 40 किमी मीटर के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने की जानकारी एक घंटे पहले ही देकर अलर्ट कर देगा।

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1 घंटे पहले अलर्ट करेगा ऐप, कहां गिरने वाली है बिजली ?
कृषि विज्ञान केंद्र आरोन के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से होने वाली जन हानि और पशु हानि को बचाने के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मौसम वैज्ञानिकों ने ऐप तैयार किया है। इसके माध्यम से बिजली गिरने के 1 घंटे पूर्व ही सूचना मोबाइल के माध्यम से मिल जाएगी। खास बात यह है कि यह एप आपको 40 किमी के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने की पूर्व सूचना देकर अलर्ट करेगा। उन्होंने कहा कि पहले से सूचना मिल जाने से आप उक्त एरिया में जाने से बच जाएंगे, जहां बिजली गिरने वाली हो। ऐप का सबसे ज्यादा फायदा किसान और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को होगा। बारिश के मौसम में ग्रामीण किसान ही खेत पर फसल देखने या मवेशियों को चराने खुले में जाते हैं। एक घंटे पहले ही सूचना मिलने से वे बच सकेंगे। ऐप के जानकारी विशेषज्ञों ने ग्राम पिपरौदा मीना में शिविर लगाकर दी।

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बिजली गिरने की स्थिति में क्या करें ?
ऐप को इंस्ट्रॉल करने का यह भी फायदा है कि इसके जरिए आपको यह भी बताया गया है कि किन परिस्थितियों में आकाशीय बिजली से कैसे बचना है। सबसे पहले तो एप के जरिए मिले अलर्ट के बाद पशुधन को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सकता है। ऐप में दिए गए दिशा-निर्देशों के तहत यदि आप खुले स्थान पर हैं, जंगल में हैं, वाहन मैं है, घर पर हैं, ऐसे समय में तत्काल सुरक्षित या निचले स्थान पर पहुंच जाएं। जहां बड़े-बड़े पेड़, हों वहां से दूर हट जाए। घर में हैं तो किसी प्रकार के जो इलेक्ट्रिक उपकरणों से दूर रहें। मोबाइल का उपयोग न करें। जंगल में रुकने का स्थान नहीं मिल रहा है तो बड़े पेडो़ं से दूर छोटी झाड़ियों के पास नीचे बैठ जाएं। बादल गरजने की स्थिति में नीचे दुबक कर पैरों के बल बैठ जाएं। अपने हाथ घुटने पर रख लें और सिर दोनों घुटनों के बीच इस मुद्रा के कारण आपका ज़मीन से कम से कम संपर्क होगा।

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