दरअसल, खाद्य विभाग ने एक आदेश जारी कर सभी उचित मूल्य की दुकानों को निर्देश दिए हैं कि राशन सामग्री प्राप्त करने वाले सभी उपभोक्ताओं को प्रथम और द्वितीय डोज का टीका लगा हुआ पाया जाने पर ही राशन दिया जाएगा। उपभोक्ता से राशन दुकानदार द्वारा यह दस्तावेज लिए जाएंगे कि हितग्राही द्वारा उसका व उसके परिवार का द्वितीय डोज पूर्ण कर लिया गया है। इसकी पुष्टि ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव, रोजगार सहायक के प्रमाणीकरण के आधार पर ही राशन सामग्री प्रदान की जाएगी। जिनका द्वितीय डोज पूर्ण नहीं है उनके व उनके परिवार का द्वितीय डोज पूर्ण होने पर ही राशन सामग्री प्रदान की जाएगी।
हितग्राही द्वारा यदि द्वितीय डोज की पूर्ण अवधि होने के कारण टीकाकरण असमर्थता की जानकारी देता है तो उससे उसका मोबाइल नंबर, समग्र आईडी नम्बर, पता की जानकारी का रजिस्टर संधारित किया जाना होगा। नगरीय क्षेत्र में हितग्राही द्वारा अपने और परिवार का द्वितीय डोज का प्रमाणीकरण कम्प्यूटर की प्रमाणीकरण प्रति, मोबाइल का स्क्रीनशॉट के माध्यम से दिए जाने उपरांत ही राशन सामग्री प्रदान किया जाएगा। नहीं लगाने वालों की सूची प्रतिदिन संधारित की जाएगी।
सरकार की योजनाओं से भी रह सकते हैं वंचित
यदि आपने कोविड-19 से बचाव के लिए टीके का दूसरा डोज अब तक नहीं लिया है, तो आप जल्द ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर लगवा लें। अनदेखी शासकीय जनहितैषी योजनाओं से वंचित भी कर सकती है। वर्तमान समय में दूसरा डोज न लगवाने वालों की संख्या काफी ज्यादा हो गई है, जिसे सरकार ने गंभीरता से लिया है। यही कारण है कि दूसरे डोज के टीके के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए सरकार ने सबसे पहला फोकस सार्वजनिक वितरण प्रणाली के उपभोक्ताओं पर किया जा रहा है। शासन के आदेश के क्रम में प्रशासन ने जिला आपूर्ति अधिकारी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया है कि जिले की सभी पीडीएस दुकानों पर दर्ज उपभोक्ताओं का रिकार्ड चैक किया जाए कि पात्र परिवार के कितने सदस्यों ने टीकाकरण कराया है। कौन-कौन दूसरे डोज से अब तक छूटा है। इन सभी का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए।
नाम लिखकर अस्पताल में भेजेंगे
हितग्राहियों को जारी पात्रता पर्ची में परिवार के सभी सदस्यों के नाम का उल्लेख है। परिवार के जिन सदस्यों द्वारा टीके की प्रथम और द्वितीय डोज नहीं लगवाई है, की जानकारी दुकान विक्रेता हासिल करेगा। उन्हें नजदीक के अस्पताल में जाकर टीका लगवाने के लिए जागरूक किया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि परिवार टीका न लगवाने वाले सदस्यों के नाम, पता एवं मोबाइल नंबर की जानकारी रजिस्टर में अंकित की जाए। यही नहीं इस जानकारी की एक कॉपी प्रति साप्ताहिक रूप से नजदीक के अस्पताल में भेजी जाए। बताया जाए कि राशन प्राप्त करने के लिए टीके के दोनों डोज लगवाना अनिवार्य है।
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दूसरा डोज लगवाना इसलिए जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार अधिकतम सुरक्षा के लिए दोनों डोज बेहद जरूरी है। वैक्सीन से आपकी इम्युनिटी और मजबूत होगी। कोरोना का नए वैरिएंट के आने के बाद तो यह और भी जरूरी है। हां, कुछ लोगों में एंटीबॉडी देरी से बन सकती है। थकान, सिरदर्द, मसल दर्द और बुखार वैक्सीन लगवाने के बाद होने वाले बेहद सामान्य लक्षण हैं। अगर यह ज्यादा समय तक नहीं रहते हैं, तो समझिए कि आपका शरीर वैक्सीन को बेहतर तरीके से सपोर्ट कर रहा है और इम्युनिटी मजबूत हो रही है।
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इन तारीखों में चलेगा महाअभियान
टारगेट का पूरा करने के लिए 10 नवंबर से महाअभियान शुरू हो गया है। पहले दिन 22,59३ लोगों ने टीका लगवाया। दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या 21002 रही। अब 17, 24 नवंबर और 01 दिसंबर को महाअभियान चलाया जाएगा।
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सर्वे कराएंगे
जिले को कुल टारगेट 8,77000 का मिला था। इसमें से 826538 (94 प्रतिशत) को पहला डोज लग चुका है। दूसरे डोज का टीका 346411 (40 प्रतिशत) को लगा है। पीडीएस दुकानों से राशन लेने वाले सभी पात्र हितग्राहियों की ऐसी जानकारी जुटाई जा रही है कि इनके परिवार में कितने सदस्यों को दोनों डोज लग चुके हैं।
-डॉ. सुदर्शन कुशवाह, जिला टीकाकरण अधिकारी