वहीं, भोपाल और जबलपुर जिले का अधिकतम तापमान भी इस बार ज्यादा देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। उज्जैन-इंदौर में तीनों शहरों की अपेक्षा करीब एक से दो डिग्री तापमान कम रहेगा। यहां 44 डिग्री या इससे नीचे पारा रह सकता है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, मई का दूसरा और तीसरा सप्ताह प्रदेशवासियों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी वाला साबित हो सकता है। क्योंकि, इस दौरान प्रदेश के अधिकतर इलाकों का तापमान अपने चरम तक चला जाएगा।
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तो इसलिए होगा मौसम में बदलाव
वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, प्रशांत महासागर में ला-नीना सक्रिय है। एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो चुका है, वहीं दूसरा आगे बढ़ रहा है। साथ ही, पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे 2 मई से मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल रहेंगे। 3 से 5 मई के बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। यही कारण है कि, मई के आने वाले दिन अधिक सूखे और गर्म होते जाएंगे।
सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा जाएगा तापमान
मई के दूसरे-तीसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री तक ज्यादा जाएंगे। कई इलाकों में पारा 46 डिग्री के पार जा सकता है। कहीं-कहीं तो यह 47 तक जा सकता है। भोपाल की बात की जाए, तो अधिकतम तापमान 45-46 के बीच, उज्जैन में 44-45, इंदौर में 44, जबलपुर में 45-46 के आसपास रह सकता है। दतिया, ग्वालियर भिंड, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, अशोक नगर, शिवपुरी, अनूपपुर और शहडोल कहीं-कहीं तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को भी छू सकता है। रातें अपेक्षाकृत ठीक रहेंगी। ज्यादातर जगह रात का पारा 28 के नीचे रहेंगे। एक-दो जगह यह 30 से 32 डिग्री तक जा सकता है। रात को तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं है।
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