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MP Election 2023 : हर टेबल प्रत्याशी का रहेगा एक एजेंट, प्रशिक्षण देकर भेजेंगी भाजपा-कांग्रेस

प्रत्याशी का एक एजेंट मौजूद रहेगा। प्रत्याशी 30 नवंबर तक एजेंट का नाम दे सकते हैं

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विधानसभा चुनाव 2023 की मत गणना के लिए एमएलबी पर तैयारी की जा रही है। इस बीच मतगणना के दौरान हर टेबल पर प्रत्याशी का एक एजेंट मौजूद रहेगा। प्रत्याशी 30 नवंबर तक एजेंट का नाम दे सकते हैं। एक दिसंबर को निर्वाचन कार्यालय एजेटों को प्रशिक्षण देगा, लेकिन पार्टी स्तर पर प्रशिक्षण की तैयारी की गई है। मतगणना कक्ष में जाने वाले एजेंटों को कांग्रेस प्रशिक्षण देगी। इससे पहले कांग्रेस भोपाल में एक प्रशिक्षण दे चुकी है, जिसमें मतगणना की बारीकियां बताई गई थी।

जिला निर्वाचन कार्यालय ने ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर ग्रामीण, भितरवार में सात-सात टेबल बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। निर्वाचन आयोग से इस प्रस्ताव की स्वीकृति का इंतजार है। यदि चारों विधानसभा में 21-21 टेबल हो जाती हैं तो अतिरिक्त एजेंटों की जरूरत होगी। इसलिए 30 नवंबर तक दे सकते हैं। निर्वाचन कार्यालय को इसका इंतजार हैं। मतगणना कक्ष में अतिरिक्त टेबल लगा दी गई हैं।

आज आएंगे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी

- मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन 29 नवंबर को ग्वालियर आ रहे है। ये एमएलबी में मतगणना स्थल (एमएलबी) का निरीक्षण करेंगे। मतगणना की तैयारियों की समीक्षा भी करेंगे। इसके अलावा अधिकारियों की बैठक कर पूरी जानकारी लेंगे। एमएलबी मतगणना से संबंधित हर तैयार कर ली है।

मतगणना के बाद वेयर हाउस आना शुरू हो जाएंगी ईवीएम

- तीन दिसंबर को मतगणना खत्म होने के बाद ईवीएम को सील्ड कर दिया जाएगा। उन्हें एमएलबी के स्ट्रांग रूम से वेयर हाउस भेज दिया जाएगा। 45 दिन तक इसके डेटा को सुरक्षित रखा जाएगा। यदि किसी प्रत्याशी को काउंटिंग पर आपत्ति रहती है और चुनाव याचिका दायर करते हैं। ईवीएम के डेटा को सुरक्षित रखा जाएगा। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह कहना है कि उस वक्त ईवीएम को 45 दिन तक स्ट्रांग रूम में रखा जाता था, जब वेयर हाउस नहीं था। काउंटिंग खत्म होने के छह घंटे बाद भेजना शुरू हो जाएगा। छात्रों के लिए परिसर को भी खाली करना है।

कांग्रेस ने भोपाल में समझाई बारीकी

- पोस्टल बैलेट को क्रॉस चैक किया जाए। यदि पोस्टल में कोई दिक्कत न हो, उसे अनावश्यक रिजेक्ट न किया जाए।

- ईवीएम खराब होती है या कोई दिक्कत होती तो तत्काल आपत्ति करें। उसे अलग रखवाएं।

- पूरा राउंड खत्म होने के बाद जबतक संतुष्ट न हो जाए, दूसरे राउंड की गिनती न होने दी जाए।

- नंबर से ही ईवीएम खोली जाएं। बीच से मशीन उठाने पर आपत्ति की जाए।

- पोस्टल बैलेट की गिनती पहले कराएं।

- एजेंट टेबल को छोडक़र न जाएं। हर ईवीएम व गिनती पर निगरानी रखें। इधर-उधर की वजाए ईवीएम पर ध्यान केंद्रित रखें।

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