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अब क्राइम सीन से ‘e-साक्ष्य’ जुटाएगी MP Police, दावा सबूतों से नहीं की जा सकेगी छेड़छाड़

MP Police: मध्य प्रदेश पुलिस होगी अपडेट, हर क्राइम सीन का डाटा रखेगी डिजिटल, ई साक्ष्य ऐप में दर्ज होगा पुलिस का हर एक्शन, रियल टाइम इन्वेस्टिगेशन से जल्द सुलझेंगे मामले...

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MP Police use E Sakshya APP for Investigation

MP Police: इंवेस्टिगेशन को पुख्ता और सबूतों के बूते पर गुनाहगारों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस (MP Police) अब ई साक्ष्य ऐप (E Sakshya APP) का उपयोग करेगी। पुलिस के हर विवेचना अधिकारी अपने मोबाइल पर इस लाइव ऐप के जरिए अपनी जांच (MP Police Investigation)पूरी करेंगे। पुलिस को मॉर्डन टूल से पुता जांच और सबूतों के संकलन के लिए तैयार हो रही है। ये ऐप रियल टाइम इन्वेस्टिगेशन (Real Time Investigation)पर आधारित है, जो पुलिस की विवेचना को और अधिक पारदर्शी बनाएगा। दावा है कि यह ऐप डिजिटल साक्ष्यों के जरिए अपराधियों को सजा दिलाने में मददगार साबित होगा।

ई-साक्ष्य ऐप पर ऐसे होगी विवेचना

1- इस ऐप से घटना या वारदात के सबूतों का ऑनलाइन संकलन होगा।

2- विवेचक मोबाइल पर सारे सबूत की फोटो-वीडियो बनाएंगे।

3- घटना स्थल की भी ऐप पर ही फोटो-वीडियो रिकॉर्डिंग करनी होगी।

4- आरोपियों से पूछताछ की भी रिकॉर्डिंग भी ऐप पर ही होगी।

ये होगा लाभ (E Sakshya APP Benefit)

1- पुलिस की विवेचना में साक्ष्य और पूछताछ में पारदर्शिता आएगी।

2- कोर्ट के समक्ष सारे तथ्यों को ज्यादा गंभीरता के साथ रखा जा सकेगा।

3- ऐप पर रिकॉर्ड सारे सबूत रियल टाइम फ्रीज होंगे अर्थात इन्हें बदल नहीं सकेंगे।

4- ई साक्ष्य को कोर्ट भी अहम मानती है, इससे न्याय प्रक्रिया आसान होगी।

अब कोर्ट भी मान रही E Sakshya

अभी पुलिस कागज पर अधिकांश विवेचना कार्य करती है। इसे लेकर हमेशा ही छेड़छाड़ के आरोप लगते रहे हैं। ई साक्ष्य के सबूत कोर्ट भी मान रही हैं। इस ऐप में रिकार्डिंग के साथ घटना स्थल की लाइव लोकेशन, समय और तारीख भी दर्ज और रेकार्ड में साक्ष्य हैश टैग वैल्यू के साथ फ्रीज होते हैं। इसलिए इन्हें बदला नहीं जा सकता है।

सबूतों से नहीं की जा सकेगी छेड़छाड़

इससे अपराधों की विवेचना को पुख्ता किया जा सकेगा। कार्रवाई पारदर्शी होगी और सबूतों से कोई छेड़छाड़ भी नहीं होगी है। यह बेहद मददगार साबित होगा।

धर्मवीर सिंह यादव, एसएसपी, ग्वालियर