
ग्वालियर.कारोना की दुसरी लहर ने लोगों की आमदन पर भी ब्रेक लगा दिया है। ऐसे में भविष्य के लिए सहेजी जाने यानी भविष्य निधि हजारों लोगों को आर्थिक संकट से उबारने में मददगार साबित हुई हैं। लोगो ने एम्पलाई प्रोविडेंट फंड (EPF) के पैसों का अपनों के इलाज़ और दुसरे जरूरी कामों यें इस्तेमाकल किया है।
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इस साल अप्रैल से अब तक यानों 54 दिन में प्रदेश के 95 हजार लोगों ने अपने ईपीएफ खाते से 100 करोड़ रुपए से अधिक निकाले है। इसमें पीएफ एडवांस के तौर पर 60 हजार लागों ने रकम निकाली है। उस दौरान 1 लाख 59 हजर 726 पेंशनधारियों के मामले भी निपटाए गए। इन सभी के बँक खातों में पेंशन को राशि ट्रांसफर की गई। बता दें, भविष्य निधि संगठन के अंतर्गत 6 क्षेत्रीय कार्यालय ग्वलियर, भोपाल, इंदौर, उज्जेन, सागर और जबलपूर आते है।
57.60 लाख कर्मचारी, 37 हजार संस्थान
भोपाल ईपीएफओ रीजनल कमिश्नर-1 एसके सुमन के अनुसार कोरोना काल मैं भी लगातार काम कर रहा है। इस दौरान हमारे कई अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने के साथ साथ दिवंगत भी हुए। फिर भी अधिकतर दावों का जल्द से जरूद किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में 57.60 लाख कर्मचारी और 37 हजार संस्थान भविष्य निधि विभाग में पंजीक्रत हैं।
जरूरी कार्यों के लिए एडवांस की भी सुविधा
पीएफ के दायरे में निजी कंपनियां, कारखानों, निगम-मंडलों, केंद्र व राज्य सरकार के उपक्रम, सहकारी संस्थाओं के अफसर-कर्मचारी आते हैं। ईपीएफओ के पोर्टल फर ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। बीमारी, शादी, मकान निर्माण समेत अन्य जरूरी काम के लिए पीएफ एडवांस ले सकते हैं।
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Published on:
25 May 2021 12:55 pm
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