31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

घटने वाली है बड़ी खगोलीय घटना, 12-12 घंटे के होंगे ‘दिन-रात’, 21 दिसंबर होगा खास

Planetary Change: सूर्य ने दक्षिणी गोलार्द्ध एवं सायन तुला राशि में प्रवेश किया, अब दिन होंगे छोटे

2 min read
Google source verification
Planetary Change

Planetary Change

Planetary Change: बीता दिन खगोल विज्ञान की दृष्टि से बहुत खास रहेगा। इस दिन सूर्य लगभग 12 घंटे दिखाई दिया। सानी दिन और रात लगभग बराबर 12-12 घंटे के रहे। आपको जानकारी के लिए बता दें कि पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के कारण सूर्य कर्क रेखा से मकर रेखा गति करता दिखाई देता है।

साल में दो बार विषुवत रेखा पर लंबवत रहता है। सोमवार को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत रहा। इसे 'शरद सपात' कहा जाता है। सूर्य को विषुवत रेखा पर लंबवत होने के कारण दिन और रात बराबर यानी 12-12 घंटे के रहे। सोमवार को सूर्य ने दक्षिणी गोलार्द्ध एवं सायन तुला राशि में प्रवेश किया।

सूर्य के दक्षिणी गोलार्द्ध में प्रवेश के कारण अब उत्तरी गोलार्द्ध में दिन धीरे-धीरे छोटे होने लगेंगे और रात बड़ी होने लगेंगी। यह क्रम 21 दिसंबर तक जारी रहेगा। 21 दिसंबर को भारत सहित उत्तरी गोलार्द्ध में दिन सबसे छोटा और रात सबसे बड़ी होगी। 24 सितंबर से सूर्य के दक्षिणी गोलार्द्ध में प्रवेश के कारण सूर्य की किरणों की तीव्रता धीरे-धीरे उत्तरी गोलार्द्ध में कम होने लगेगी, जिससे शरद ऋतु का प्रारंभ होता है।

बिना किसी साधन के देखा

सोमवार को ये खगोलीय घटना चंद्रमा-ब्रहस्पति की युति में दिखाई दी। युति से आशय है पास-पास होना। सोमवार की रात 11 के बाद चंद्रमा के पास बृहस्पति ग्रह को देखा गया। खास बात यह थी कि बिना किसी साधन के लोगों को चंद्रमा के नीचे की ओर चमकता हुआ बृहस्पति ग्रह दिखाई दिया।