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चार दिन से गायब मजदूर के खून लगे कपडे दरवाजे पर रखे मिले

परिजन को साजिश की आशंका, पुलिस की थ्योरी में घटना में पेंच

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Family suspects conspiracy, police theory screws into incident

The clothes of the missing laborer found for four days were found on the door

पुनीत श्रीवास्तव@ग्वालियर। चार दिन से लापता मजदूर के कपड़े गुरुवार को उसके दरवाजे पर रखे मिले हैं, उन पर खून भी लगा था तो घर में खलबली मच गई। परिवार के लोग लपक कर थाने पहुंच पूरी बात सुनाई साजिश का शक जाहिर किया है। लेकिन पुलिस की थ्योरी में जो शर्ट देहरी पर रखी मिली है उस पर खून का धब्बा तो है लेकिन बटन तक सही सलामत हैं, शर्ट और पेंट में एक खोंता तक नहीं लगा है इसलिए मामला संदिग्ध है। खून लगे कपड़े घर के दरवाजे पर रखने के पीछे क्या प्लान हो सकता है तह तक पहुंचने के लिए लापता युवक का बैक ग्राउंड पता लगाया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि कृष्णानगर पहाडी, मोतीझील पर रहने वाला मौहम्मद अब्दुल (३०) २९ सितंबर की सुबह से लापता है। अब्दुल काम पर जाने के लिए निकला था फिर लौटा नहीं। गुरुवार सुबह उसके कपडे देहरी पर रखे। परिवार के लोग सोकर उठे और दरवाजा खोला तो कपडे देखकर सकते में आ गए। पेंट शर्ट को उठाया तो शर्ट की जेब के पास खून लगा था, अब्दुल गायब है फिर उसके खून लगे कपड़े दरवाजे पर कैसे आ गए इससे परिजन सहम गए। कपडों को उठाकर थाने पहुंच गए। पुलिस से कहा कि ऐसा लगता है कि अब्दुल के साथ कोई साजिश हुई है। घटना की तस्दीक के लिए बहोडापुर पुलिस भी उनके घर पहुंची जहां कपडे रखे थे वह स्पॉट देखा। उसकी थ्योरी में मामला पेचीदा है। बहोडापुर टीआई वाय एस तोमर के मुताबिक अब्दुल के कपड़े बरामद किए हैं। उसके साथ कोई घटना हुई है या घटनाक्रम सोची समझी साजिश है पता लगाया जा रहा है।
पुलिस की दलील
-अब्दुल के लापता होने के बाद परिजन ने गुमइंसान दर्ज कराया है, उसमें बताया है कि वह घर से जाते समय जींस और सफेद कालीधारी की शर्ट पहने था। सुबह जो कपड़े मिले हैं वह स्लिेटी रंग का सफारी सूट।
- अब्दुल के साथ कोई साजिश हुई है तो वारदात करने वाला उसके कपड़े दरवाजे पर रखकर घटना के बारे में जानकारी क्यों देगा। घर तक आने की जोखिम क्यों उठाएगा।
- घर में भी अब्दुल का रवैया ठीक नहीं था, अक्सर काम पर नहीं जाता था। उसके परिवार की जिम्मेदारी चाचा रफीक पर है। आए दिन उससे भी कहासुनी करता था।
चार दिन से लापता मजदूर की खबर का जोड
पता नहीं क्या हुआ उसके साथ
अब्दुल चार दिन पहले घर से काम पर गया था, उसके साथ क्या हुआ पता नहीं है। हमारी समझ में तो कुछ आ नहीं रहा। किसी से दुश्मनी भी नहीं है। उसकी पत्नी नर्सिग भी किसी से विवाद के बारे में नहीं बता पाई हैं। रफीक जिस वक्त घर से निकला उस वक्त मैं नमाज अता करने गया था उसने क्या कपड़े पहने थे याद नहीं है। सुबह जो कपडे देहरी पर रखे मिले हैं वह अब्दुल के ही हैं। उस पर खून से सनी पांच उंगलियों की छाप लगी है। कपडे कौन फेंक गया, अब्दुल के साथ क्या हुआ है। वह कहां है हमारी समझ में कुछ नहीं आ रहा है। इस आशंका से भी इंकार नहीं कर सकते कि अब्दुल के साथ कोई साजिश तो नहीं हुई है।
रफीक खां, लापता अब्दुल का चाचा