
कोरोना काल में बढ़ रहा है स्ट्रेस, ये योगासन रखेंगे आपको पूरी तरह स्वस्थ
ग्वालियर/ कोरोना संक्रमण से बचे रहने के लिए अकसर लोग WHO द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत एक दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और इम्युनिटी पावर मज़बूत रखने पर जोर दे रहे हैं। हालही में सामने आया है कि, इम्युनिटी बढ़ाने में योग एक बेहद कारगर तरीका साबित हुआ है। अब तो शहर ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई आइसोलेशन सेंटर्स से लेकर घरों में लोग अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं। योग प्रशिक्षकों ने भी इसे ध्यान में रखते हुए योग के कुछ खास आयाम लोगों को बताने शुरु किये हैं।
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[typography_font:14pt;" >इसलिए न चाहते हुए भी हम आ जाते हैं संक्रमण की चपेट में
अब प्रशिक्षक योगाभ्यास के दौरान ऐसे आसन करा रहे हैं जो इम्युनिटी के साथ लंग्स कैपेसिटी बढ़ाने में सहायक हैं। शहर के मशहबर योग विशेषज्ञ डॉ. मनोज राठौर के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में किये गए शोधों में ये बात सामने आई है कि, कोरोना काल में अकसर लोगों में स्ट्रेस और एंजाइटी में काफी बढ़ोतरी हुई है। स्ट्रेस बढ़ने पर इम्युनिटी पावर कम होने लगती है, जिससे धीरे धीरे हमारा शरीर कमजोर होने लगता है और ना चाहते हुए भी हम कोरोना जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।
लोगों के लिए जरूरी है श्वास संबंधी योगाभ्यास
अब तक सामने आई रिसर्चों में खुलासा हुआ है कि, कोोना वायरस का सबसे घातक प्रहार संक्रमित व्यक्ति के लंग्स पर ही होता है। इन दोनों समस्याओं का समाधान योग में सहज रूप से मिलता है। योग के जरिए स्ट्रेस दूर करने के साथ कुछ ही दिनों में लंग्स कैपेसिटी बढ़ाई जा सकती है। डॉ. राठौर ने बताया कि, शहर में कोरोना के मरीजों को नियमित रूप से लंग्स कैपेसिटी बढ़ाने संबंधी अभ्यास करा रहे हैं। घर में आइसोलेट मरीज और सामान्य व्यक्तियों को भी लंग्स कैपेसिटी बढ़ाने के लिए श्वास संबंधी योगाभ्यास करना जरूरी है।
फेफड़ों तक पहुंचने से पहले ऐसे रोकें संक्रमण
योग प्रशिक्षक मोनिका जैन के मुताबिक, पिछले कुछ समय में अब हम इम्युनिटी और श्वसन क्षमता को बढ़ाने वाले योगाभ्यास को अधिक महत्व दे रहे हैं। अभी कुछ सामान्य अभ्यासों से इन्हें रिप्लेस किया गया है। मोनिका के मुताबिक, कोरोना वायरस एक दिन गले में रहता है, इसके बाद ये फेफड़ों में प्रवेश करने लगता है। ऐसे में उज्जाय प्राणायाम जैसे अभ्यास कर संक्रमण को फेफड़ों तक पहुंचने से रोका जा सकता है। दूसरी ओर लंग्स की आप जितनी कैपेसिटी बढ़ाओगे तो वायरस से लढ़ने में उतनी ही मदद मिलेगी। जब हम लंग्स की पूरी कैपेसिटी का इस्तेमाल करना शुरू करते हैं तो ये साफ होने लगते हैं। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए सूर्य नमस्कार अच्छा आसन है, ये शरीर का तापमान बढ़ाता है।
ये अभ्यास बढ़ाएंगे इम्युनिटी और लंग्स कैपेसिटी
-रेस्पीरोमीटर
ये एक डिवाइस है, जो बाजार में 300 रुपये के आसपास मिल जाता है। इसकी मदद से दो तरह से एक्सरसाइज की जाती है, जो है श्वास भरने की और श्वास छोड़ने की। ये दिन में 3 से 4 बार 30-35 राउंड करना लंग्स के लिए फायदेमंद होता है।
सीधे खड़े होकर अपना एक हाथ सीने और एक हाथ पेट पर रखें। इसके बाद गहरी सांस लें। सांस लेते समय चेस्ट सामने की ओर आना चाहिए और पेट अंदर जाना चाहिए। इसके बाद कुछ समय के लिए श्वास को रोकें और धीरे-धीरे छोड़ें। ये आयाम 20 बार दोहराएं।
-उज्जायी प्राणायाम
आरामदायक आसन में बैठकर जोर से श्वास खीचें। सांस इस तरह से खीचें कि, वो गले से रगड़ते हुए अंदर तक जाए। इसमें गले से ध्वनि भी आती है। जब श्वास पूरी भर जाए तो उसे सामान्य रूप से छोड़ें। इसके साथ में कपालभाति का भी अभ्यास करें। ये फेंफडों के टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करता है।
ये हैं खास आसन
इन दिनों योगाभ्यास में उष्ट्रासन, भुजंगासन, धनुरआसन, अर्धचक्रासन, पादहस्तासन का अभ्यास करें। यह सभी आसन फेफडों की क्षमता बढ़ाते हैं और फेफड़ों को खोलते हैं।
Published on:
06 Aug 2020 09:30 am
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