वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर का शौक बढ़ता जा रहा है। आरंभ होने के एक माह बाद शुक्रवार को पहला मौका था जब सभी कोच पूरी तरह से फुल थे।
ग्वालियर . वंदे भारत एक्सप्रेस में शुक्रवार को चेयर कार एडवांस बुक थी। इसमें करंट में एक भी टिकट नहीं था, वहीं एक्जीक्यूटिव क्लास की महज छह सीटों को छोड़ दें तो इसकी भी सभी सीटें पूरी तरह से भरी थीं। वंदे भारत एक्सप्रेस का टिकट चैकिंग स्टाफ इसके पहली बार पूरी तरह से फुल होकर चलने से काफी खुश था। टिकट चैकर अनवर, रजनी सिंह व अन्य का कहना था, अब ट्रेन का क्रेज बन गया है। लोगों को इसके आरामदायक सफर में आनंद आ रहा है। इसी वजह से इसमें यात्रियों की संख्या बढ़ी है। सीटें भरी होने से इसका रेकॉर्ड रखना आसाना होता है।
सी-1 की सभी सीटें
निजामुद्दीन तक बुकवंदे भारत का सी-1 कोच रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन तक पूरा बुक था। इसमें आरक्षण कराने वाले सभी यात्री सफर कर रहे थे। कुछ कोच में ही यात्री आरक्षण के बाद (एनटी) नहीं आए। वहीं कुछ यात्रियों ने जैसे आगरा और ग्वालियर तक के आरक्षण को आगे दिल्ली तक बढ़ाने को कहा। टिकट चैकिंग स्टाफ ने इन्हें ऑनलाइन करंट बुकिंग कराने की सलाह दी। बताया कि ट्रेन में आरक्षण की सुविधा नहीं है। सही टिकट नहीं होने पर पैनाल्टी का प्रावधान है। आगे सफर जारी रखने पर रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन तक का टिकट और पैनाल्टी देनी होती है। इस दौरान एक विधायक को भी आरटीसी से पैनाल्टी का भुगतान करना पड़ा।
सी 12 का गेट बंद नहीं होने से विलंब
ट्रेन के चेयर कार कोच सी-12 में ऑटोमैटिक डोर में खराब आने से यह बंद नहीं हो रहा था। टेक्नीकल स्टाफ ने इसे ठीक किया, तब ट्रेन अपने निर्धारित समय से कुछ मिनट की देरी से रवाना हुई।
दो विंडो के कांच टूटे थे, बदलवाए
वंदे भारत एक्सप्रेस में टेक्नीकल स्टाफ अलर्ट मोड पर चल रहा है। शुक्रवार सुबह जैसे ही ट्रेन रवाना हुई तो एग्जीक्यूटिव क्लास (ई-1) के यात्रियों ने विंडो का कांच चटका होने की शिकायत की। तत्काल स्टाफ ने आकर उसे नोट किया और दिल्ली में इसे बदलवाने की सूचना दी।