एक दिन पहले ही जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में गुरुवार रात करीब 1 बजे ऑक्सीजन खत्म होने से आइसीयू में भर्ती पांच कोरोना मरीजों की दम घुटने से मौत हो गई। दो मरीजों की हालत गंभीर है। घटना के दौरान अस्पताल में 65 मरीज भर्ती थे। अस्पताल का स्टाफ व्यवस्था संभालने के बजाए तड़पते हुए मरीजों को छोड़कर भाग गया। आंखों के सामने अपनों की सांसें टूटते देख चीख-पुकार मच गई। परिजन रास्ते में आकर हंगामा करने लगे। तब पुलिसकर्मी देवदूत बनकर मौके पर पहुंचे और कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाकर किसी तरह व्यवस्था बनाई गई।
प्रत्यक्षदर्शयों के अनुसार, अस्पताल में कोरोना संदिग्ध और संक्रमित मिलाकर 65 मरीज थे। 34 मरीज आइसीयू में थे। 26 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। ऑक्सीजन खत्म होने से मरीजों की जान संकट में पड़ गई। मौके पर पहुंची अधारताल पुलिस ऑक्सीजन सिलेंडर तलाशकर लाई। उसके बाद ऑक्सीजन की आपूर्ति बहाल हुई। इस दौरान करीब दो घंटे तक मरीजों की जान सांसत में रही।
ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे: सीजेआइ
कोरोना की स्थिति को देखते हुए अब इस मामले को 27 अप्रेल को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने फिर होगी। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। सुनवाई में शीर्ष कोर्ट ने ऑक्सीजन सीजेआइ के तौर पर अपने की आपूर्ति, इलाज और दवाओं समेत कार्यकाल के आखिरी दिन एसए अन्य मुद्दों पर नेशनल प्लान मांगा बोबडे ने सरकार पर सख्त टिप्पणी की है।