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यूपी के इस थाने में कम उम्र की छात्रा बनी एक दिन की पुलिस इंस्पेक्टर, जानें फिर क्या हुआ

पुलिस महिला को जागरूकता अभियान चलते हुए कुछ अलग हट के कुछ करने में लगी थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठेगी नाबालिग छात्रा

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A Minor Girl made inspector by police

यूपी के इस थाने में कम उम्र की छात्रा बनी एक दिन की पुलिस इंस्पेक्टर, जानें फिर क्या हुआ

हमीरपुर. जिले में महिलाओं के साथ लगातार बढ़ रहे अपराध को देखते हुए हमीरपुर पुलिस महिला जागरूकता अभियान चलते हुए कुछ अलग हट के कुछ करने में लगी है। उसी के तहत पुलिस ने स्कूल की लड़कियों को थाने बुला कर पुलिस की कार्यशैली से रुबरु कराया और उन्ही लड़कियों में से एक लड़की को एक दिन का इंस्पेक्टर बनाया।

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हमीरपुर में जरिया थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठी यह लड़की एक दिन की इंस्पेक्टर है। अंशिका नाम की यह नाबालिग लड़की जरिया थाना क्षेत्र में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की कक्षा 8 की छात्रा है। जिसको एक दिन का इंस्पेक्टर बना कर पुलिस ने अपनी कार्यशैली के बारे में बताया है। यह नौबत तब आई जब पुलिस महिला जागरूकता कार्यक्रम के तहत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पहुंची हुई थी। तभी लड़कियों ने पुलिस से शिकायत करने या थाने जाने में डर लगने की बात कही, इसी बात को पुलिस ने मार्क किया और पुलिस ने स्कूल की सारी लड़कियों को थाने बुला लिया और अपनी कार्यशैली के बारे में बताते हुए सभी लड़कियों को जागरूक करते हुए बताया कि पुलिस आपकी दोस्त है।

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कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की कक्षा 8 की छात्रा को एक दिन का इंस्पेक्टर क्यूं बनाया गया इसके पीछे थाना प्रभारी का कहना है कि ऐसा करने से महिलाओं के दिलों से पुलिस का खौफ खत्म होगा और महिलाएं या लड़कियां वे-झिझक होकर पुलिस से अपनी परेशानियां बता सकेंगी। जिस तरह की पहल जरिया थाना पुलिस ने की है। ऐसी पहल पूरे ज़िले की थाना पुलिस को करने की आवश्यकता है, तब हो सकता है कि हमीरपुर में पिछले एक महीने में जो एक दर्जन से अधिक रेप और छेड़खानी की जो घटनाएं हुई उसमें कुछ कमी आएगी।