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प्रजनन के दौर में तबाही: पीलीबंगा में काटे गए विशालकाय वृक्ष, सैकड़ों बगुलों के घोंसले नष्ट, 70 चूजों की मौत

पेड़ों को काटने के बाद 70 चूजों के शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा बड़ी संख्या में चूजे घायल हो गए, जिनका रेस्क्यू सेंटर पीलीबंगा में इलाज किया जा रहा है। जमीन पर सैकड़ों अंडे बिखर गए।

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Pilibanga

गिरने के बाद भी पेड़ पर बैठे बगुले (फोटो-पत्रिका)

पीलीबंगा। ग्राम पंचायत लिखमीसर में वाटर वर्क्स डिग्गी की चारदीवारी के समीप सड़क किनारे लगे तीन विशालकाय पेड़ों को काटने से बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत हो गई। वहीं सैकड़ों की संख्या में घोंसलों में रखे अंडे नष्ट हो गए। इन पेड़ों पर स्थाई रूप से निवास कर रहे बगुला प्रजाति के पक्षी इन दिनों यहां प्रजनन कर रहे थे।

वन्यजीव प्रेमियों की सूचना पर रविवार को वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल चूजों को रेस्क्यू कर पीलीबंगा स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा गया। वहीं मृत चूजों को पोस्टमार्टम के लिए एकत्रित किया गया। क्षेत्रीय वन अधिकारी विशाल गोदारा ने बताया कि घायलों का इलाज जारी है और मृत चूजों का सोमवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद परिवाद के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बिना अनुमति के काटे गए पेड़

खिराजवाला एनवायरनमेंट एंड वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष महावीर बिश्नोई ने बताया कि वाटर वर्क्स की चारदीवारी से बाहर सड़क किनारे खड़े दो हरे और एक सूखे पेड़ को प्रशासक प्रतिनिधि द्वारा बिना किसी सक्षम स्वीकृति के कटवा दिया गया, जिससे बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों के समक्ष प्रशासक प्रतिनिधि व अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बयान दर्ज करवा दिए गए हैं।

सैकड़ों की संख्या में पक्षियों की मौत

बिश्नोई ने बताया कि इन पेड़ों पर सैंकड़ों की संख्या में बगुले घोंसले बनाकर स्थाई रूप से निवास कर रहे थे। पेड़ों को काटने के बाद 70 चूजों के शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा बड़ी संख्या में चूजे घायल हो गए, जिनका रेस्क्यू सेंटर पीलीबंगा में इलाज किया जा रहा है। गौरतलब है कि हरे व सूखे पेड़ों को काटने के पश्चात सैंकड़ों की संख्या में पक्षियों की मौत होने के पश्चात वन्य जीव प्रेमियों में रोष फैल गया तथा उन्होंने आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर शीघ्र कार्रवाई की मांग की।

लिखमीसर आबादी क्षेत्र में पेड़ काटने के सबंध में तहसील कार्यालय द्वारा कोई स्वीकृति नहीं दी गई है। - नवीन गर्ग, तहसीलदार पीलीबंगा।

ग्रामीणों की सूचना मिलने पर रविवार को वन विभाग की टीम द्वारा काफी संख्या में मृत चूजों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम के लिए पीलीबंगा भिजवा दिया गया जबकि घायल पक्षियों का रेस्क्यू सेंटर में इलाज जारी है। वन्य जीव प्रेमी महावीर बिश्नोई के बयान दर्ज किए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पश्चात आगामी कार्रवाई की जाएगी। - विशाल गोदारा, क्षेत्रीय वन अधिकारी पीलीबंगा।


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