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हनुमानगढ़ हादसा : एक साथ पांच अर्थियां उठी तो रो पड़ा पूरा गांव,गमहीन माहौल में किया अंतिम संस्कार

Hanumangarh Accident : हनुमानगढ़ जिले के पल्लू तहसील मुख्यालय के बिसरासर गांव के लिए नया साल ना भूलने वाला ऐसा दर्द लेकर आया की पूरा गांव ही शोक में डूब गया।

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hanumangarh accident : 5 killed in car-truck collision in Rajasthan

हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले के पल्लू तहसील मुख्यालय के बिसरासर गांव के लिए नया साल ना भूलने वाला ऐसा दर्द लेकर आया की पूरा गांव ही शोक में डूब गया। साल 2022 के आखिरी दिन शनिवार देर रात्रि बिसरासर के छह दोस्तों ने पल्लू से पार्टी कर अपने गांव में प्रवेश किया ही था कि उन्हें कोई काम याद आ गया तो तुरंत कार को पल्लू की तरफ घुमाया ही था कि पल्लू से सरदारशहर की तरफ जा रहे ईंटों से भरे ट्रक से टक्कर हो गई।

टक्कर इतनी भयंकर थी कि कार के पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ट्रक भी मेगा हाइवे पर पलट गया। गांव के बद्री प्रसाद शर्मा ने बताया कि युवकों की गाड़ी ने बिसरासर से आधा किलोमीटर पहले उन्होंने हमारी गाड़ी को ओवरटेक किया था। जब वह गांव के पास पहुंचे तो वहां ट्रक और कार का एक्सीडेंट हुआ मिला। उन्होंने तथा गांव के बाबूलाल मीणा ने उनको किसी तरह से गाड़ी से बाहर निकाला। जिसमें तीन ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया था। इतने में ही शोर सुनकर आसपास के घरों के लोग आ गए और उनको एम्बुलेंस में पल्लू सीएचसी लेकर गए।

जहां पर डॉ. जयप्रकाश जांगिड़ ने दो को प्राथमिक जांच में मृत घोषित कर दिया। एक को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में होने के कारण बीकानेर रेफर कर दिया। पांचों युवकों के शवों को देर रात्रि पल्लू चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया और रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। रविवार दोपहर बाद गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। छठा गंभीर घायल युवक बीकानेर के पीबीएम चिकित्सालय में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।

साल का आखिरी दिन बन गया जिंदगी का आखिरी दिन
ग्रामीणों के अनुसार गांव के छह दोस्त दानाराम पुत्र बीरबल राम मीणा, नरेश कुमार पुत्र सुगनाराम मेघवाल, बबलू पुत्र मोहनलाल सिद्ध, नटवर उर्फ राजू पुत्र निराणा राम मेघवाल, मुरली मनोहर पुत्र भंवर लाल शर्मा और अशोक पुत्र रामकुमार आचार्य कार पर पल्लू में साल के आखिरी दिन की पार्टी कर देर रात्रि गांव लौटे रहे थे। इस दौरान उन्हें कोई काम या सामान याद आने के कारण गाड़ी को वापिस पल्लू की तरफ घुमाया था। पल्लू की तरफ से ईंटों से भरे तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई और दर्दनाक हादसा हो गया। इनमें से गाड़ी नरेश कुमार पुत्र सुगनाराम मेघवाल की थी। हादसे में अशोक पुत्र रामकुमार आचार्य गंभीर घायल हो गया। जिसे बीकानेर भर्ती करवाया गया है। शेष पांचों की मौत हो गई।

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गमहीन माहौल में किया दाह संस्कार
सड़क हादसे में मारे गए पांचों युवकों के शव पूरी रात सीएचसी पल्लू की मोर्चरी में रखे गए। सुबह होते ही गांव के प्रमुख व्यक्तियों और परिजनों ने शवों को पल्लू से लिया और गांव पहुंचे। शवों के गांव में पहुंचने तक कोहराम मच गया। हर तरफ रोने और क्रदंन की दर्दनाक पुकार गुंजी। दोपहर करीब एक बजे सभी का अंतिम संस्कार एक ही साथ कर दिया गया।

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सभी प्रतियोगी परिक्षा की तैयारी कर रहे थे
आसीन खां ने बताया कि युवक सभी ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट थे और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। दानाराम और अशोक कुमार ने पिछले महीने हुए ग्राम सहकारी समिति बिसरासर से चुनाव भी लड़ा था और विजयी हुए थे। अशोक कुमार कई वर्षों से टोल प्लाजा पर कार्य करता था। मुरली मनोहर एसके फाइनेंस बैंक में काम करता था। आसीन खां ने बताया कि सभी युवक बहुत ही व्यवहारिक और मिलनसार थे। गांव में किसी की शादी हो या कोई और आयोजन हो सभी बढ़-चढ़ भाग लेते थे।