Transfer- मध्यप्रदेश में सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों की ट्रांसफर प्रक्रिया जानलेवा बन गई है। तबादले से नाराज एक और कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली। हरदा जिले के गाड़ामोड़ के पंचायत सचिव ने जहर खाकर जान दे दी। मृतक सचिव दूसरी पंचायत में ट्रांसफर होने और सहायक सचिव की प्रताड़ना से नाराज बताए जा रहे थे। इससे पहले छतरपुर में भी तबादला के बाद एक पटवारी का शव मिला था। उनकी पत्नी ने मामले में स्थानीय विधायक पर गंभीर आरोप लगाए थे।
हरदा जिले की टिमरनी तहसील की गाड़ामोड़ ग्राम पंचायत के सचिव बेनीप्रसाद वर्मा ने जहर खा लिया। उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन हालत बेहद खराब होने पर भोपाल रिफर किया गया। रास्ते में पंचायत सचिव बेनीप्रसाद वर्मा की मौत हो गई। वे 58 साल के थे और मूलत: गोदड़ी के निवासी थे। हंडिया तहसील की ग्राम पंचायत साल्याखेड़ी में ट्रांसफर करने से नाराज होकर उन्होंने जहर खा लिया।
जिला अस्पताल के डॉ. विजेंद्र धनवारे ने प्राथमिक इलाज देकर भोपाल रेफर किया था। सचिव वर्मा की हालत नाजुक बनी हुई थी। घटना की सूचना पर नायब तहसीलदार उनके बयान लेने आए थे। उन्हें एंबुलेंस से भोपाल ले जाया जा रहा था, लेकिन हरदा शहर के सांई मंदिर के पास उनकी मौत हो गई।
पंचायत सचिव बेनीप्रसाद वर्मा को टिमरनी तहसील की गाड़ामोड़ पंचायत से हटाकर हंडिया तहसील की साल्याखेड़ी पंचायत में भेज दिया गया था। हाल ही में आई स्थानांतरण लिस्ट में उनका था। इसी को लेकर वह परेशान थे। बताया जा रहा है कि उन्हें ऑडिट की बात को लेकर धमकाया भी जा रहा था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि इससे पहले भी छतरपुर के एक पटवारी प्राण सिंह की मौत के मामले में उनकी पत्नी ने ट्रांसफर को लेकर विधायक पर आरोप लगाए थे। तबादले के बाद 50 साल के पटवारी प्राण सिंह और उनके दोस्त की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी।
Updated on:
05 Jul 2025 04:51 pm
Published on:
05 Jul 2025 04:49 pm