
Heart Attack: Athletes and bodybuilders should not ignore these 4 symptoms
Heart Attack: स्वस्थ शरीर का मतलब ये नहीं है कि आपकी अच्छी बॉडी हो, अच्छे बाइसेप्स हो। यदि आपका हृदय स्वास्थ्य बेहतर नहीं हैं तो आपको कई बीमारियां हो सकती है। ऐसे में एथलीट्स और बॉडीबिल्डर्स अपने शरीर को फिट रखने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन कभी-कभी अधिक मेहनत और अत्यधिक व्यायाम से हृदय पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में कुछ लक्षण है जिनको एथलीट्स और बॉडीबिल्डर्स को कभी भी नजरअंदाज नहीं करने चाहिए। ये लक्षण हार्ट अटैक (Heart Attack) का कारण बन सकते हैं।
सीने में दर्द या दबाव
सीने में दर्द या दबाव महसूस करना एक गंभीर संकेत हो सकता है। यह लक्षण हार्ट की समस्या जैसे कि हार्ट अटैक (Heart Attack) या एनजाइना का संकेत हो सकते हैं। अगर आप व्यायाम कर रहे हैं और अचानक से सीने में भारीपन, दर्द या दबाव महसूस होता है, तो इसे हल्के में न लें। इस स्थिति को तुरंत मेडिकल सहायता की आवश्यकता हो सकती है, खासकर अगर यह दर्द अधिक समय तक बना रहे या बढ़े।
सांस लेने में कठिनाई
अगर आप सामान्य गतिविधियाँ करते समय भी सांस लेने में कठिनाई महसूस करें, तो यह हृदय या फेफड़ों से संबंधित समस्या का संकेत हो सकता है। एथलीट्स और बॉडीबिल्डर्स के लिए यह सामान्य नहीं है कि वे थोडा सा व्यायाम करने पर भी सांस के लिए संघर्ष करें। अगर यह समस्या बार-बार हो, तो यह दिल की कमजोरी या श्वसन तंत्र की किसी समस्या का परिणाम हो सकता है।
धड़कन तेज़ होना
अगर आपके दिल की धड़कन असमान हो, बहुत तेज़ हो जाए या कभी-कभी बहुत धीमी हो जाए, तो यह भी हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है। हार्ट रिदम असमान (Arrhythmia) की स्थिति में, दिल की धड़कन नियंत्रित नहीं रहती और इससे गंभीर परिणाम हो सकते हैं। अगर आपको ऐसा कोई लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
चक्कर या बेहोशी
चक्कर आना, हल्के सिर दर्द के साथ बेहोशी का अहसास या गिरने की स्थिति एक गंभीर समस्या हो सकती है, जो हृदय की कमजोरी, लो ब्लड प्रेशर या दिल की नसों में रुकावट के कारण हो सकती है। बॉडीबिल्डर्स और एथलीट्स अक्सर अत्यधिक शारीरिक तनाव में रहते हैं, लेकिन यदि अचानक चक्कर आना या बेहोशी महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
17 Feb 2025 12:31 pm
Published on:
17 Feb 2025 09:13 am
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