
Brain Pacemaker: A Beacon of Hope for Untreatable Depression
मानसिक स्वास्थ्य (Mental health) के क्षेत्र में एक बड़ी खबर! दिमाग के लिए एक नए पेसमेकर ने डिप्रेशन (Depression) के इलाज की राह आसान बनाई है। डीप ब्रेन स्टिमुलेशन" (डीबीएस) उन लोगों के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है, जो गंभीर और दवाइयों से ठीक न होने वाले डिप्रेशन (Depression) से जूझ रहे हैं। इनमें से एक एमिली हॉलनबेक हैं, जिनका जीवन एक गहरे डिप्रेशन से घिरा हुआ था, जिसे पारंपरिक इलाज ठीक नहीं कर पाए।
उनका डीबीएस का अनुभव लाखों लोगों के लिए संभावित राहत की कहानी है। डीबीएस, जो पहले पार्किंसन और मिर्गी जैसी बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता था, अब डिप्रेशन (Depression) के इलाज में भी कारगर साबित हो रहा है। इसमें दिमाग में इलेक्ट्रोड लगाकर उनमें नियंत्रित बिजली के झटके दिए जाते हैं, कुछ इसी तरह जैसे दिल का पेसमेकर काम करता है।
हालांकि बड़े अध्ययनों में पहले कुछ असफलताओं के बावजूद, हाल के शोधों में इसके अच्छे नतीजे सामने आए हैं, जिसने इस तकनीक पर ध्यान खींचा है।
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हॉलनबेक का अनुभव बताता है कि यह थेरेपी जीवन बदल सकती है। बचपन से ही डिप्रेशन (Depression) से जूझ रहीं और अपने माता-पिता की आत्महत्या से और प्रभावित हॉलनबेक को पारंपरिक इलाज से कोई राहत नहीं मिली थी। आखिरकार उन्होंने डीबीएस का सहारा लिया।
इस सर्जरी में दिमाग के एक खास हिस्से में पतले धातु के इलेक्ट्रोड लगाए जाते हैं, जो भावनाओं को नियंत्रित करते हैं। इन्हें सीने में छुपाए गए एक उपकरण से जोड़ा जाता है, जो विद्युत उत्तेजना को नियंत्रित करता है।
डॉ. ब्रायन कोपेल के अनुसार, डीबीएस दिमाग के भावनात्मक सर्किट को "ठीक" करने में मदद करता है, जिससे सामान्य न्यूरल गतिविधि संभव हो पाती है।
हॉलनबेक पर इसका प्रभाव तत्काल और गहरा था। उन्होंने बताया कि उनके डिप्रेशन (Depression) के लक्षण काफी कम हो गए, जिससे वे संगीत और खाने जैसी साधारण चीजों का आनंद ले पा रही हैं, जो कई सालों से उनके लिए खो चुका था। यह सुधार इस बात का सबूत है कि डीबीएस गंभीर डिप्रेशन (Depression) के इलाज में क्रांति ला सकता है।
हालांकि, कुछ डॉक्टर सावधानी बरतने की सलाह देते हैं, क्योंकि सर्जरी के जोखिम हो सकते हैं और डिप्रेशन के न्यूरोलॉजिकल कारणों को पूरी तरह से समझने की जरूरत है।
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फिर भी, चल रहे शोध और नैदानिक परीक्षण, जिसमें एबॉट लैबोरेटरीज़ का एक महत्वपूर्ण अध्ययन भी शामिल है, इस क्षेत्र के तेजी से विकास का संकेत देते हैं। इससे उन लोगों के लिए नई उम्मीद पैदा हो सकती है, जिन्हें पारंपरिक उपचारों से कोई लाभ नहीं मिला है।
जैसे-जैसे शोधकर्ता इस प्रक्रिया को और परिष्कृत करते हैं और इसे व्यक्तिगत रोगियों की जरूरतों के अनुसार ढालते हैं, डिप्रेशन के इलाज का भविष्य उम्मीदभरा दिखाई देता है।
Published on:
22 Feb 2024 12:21 pm
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