
health news : burger, pizza, diet coke may raise your risk of depression
अध्ययन के अनुसार, बर्गर, पिज्जा और डाइट कोक जैसे अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ (यूपीएफ) खाने से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
न्यूयॉर्क, 22 सितंबर अध्ययन के अनुसार, बर्गर, पिज्जा और डाइट कोक जैसे अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ (यूपीएफ) खाने से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
JAMA Network Open पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्ष बताते हैं कि ऊर्जा-घने, स्वादिष्ट और खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थ खाने से, जिसमें अनाज खाद्य पदार्थ, मीठे और नमकीन स्नैक्स, रेडी-मेड भोजन और कृत्रिम मिठास वाले पेय पदार्थ, प्रसंस्कृत मांस, डेयरी उत्पाद, वसा और सॉस शामिल हैं, से डिप्रेशन का खतरा बढ़ सकता है।
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अमेरिका में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा, "हालांकि यूपीएफ को अवसाद से जोड़ने वाला तंत्र अज्ञात है, हाल के प्रयोगात्मक आंकड़ों से पता चलता है कि कृत्रिम मिठास मस्तिष्क में प्यूरिनर्जिक ट्रांसमिशन को प्रेरित करते हैं, जो अवसाद के एटियोपैथोजेनेसिस में शामिल हो सकते हैं।"
पूर्व के अध्ययनों में अल्पकालिक आहार डेटा और संभावित कन्फाउंडर्स के लिए खाते की एक सीमित क्षमता से बाधा उत्पन्न हुई है। इसके अतिरिक्त, किसी भी अध्ययन ने यह पहचान नहीं की है कि कौन से यूपीएफ खाद्य पदार्थ और/या अवसाद के जोखिम से जुड़े हो सकते हैं या यूपीएफ खपत का समय अवसाद से कैसे जुड़ा हो सकता है।
समझने के लिए, टीम ने घटना अवसाद के साथ यूपीएफ और इसके घटकों के बीच संभावित संभावना की जांच की। उन्होंने 2003 और 2017 के बीच 31,712 महिलाओं को शामिल किया, जिनकी आयु 42 से 62 वर्ष थी।
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परिणामों ने उन महिलाओं में अवसाद विकसित होने के 49 प्रतिशत उच्च जोखिम का संकेत दिया, जिन्होंने प्रतिदिन नौ या अधिक भाग अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का उपभोग किया, उन महिलाओं की तुलना में जिन्होंने चार भागों से कम का सेवन किया।
अध्ययन में दिखाया गया है कि जिन महिलाओं ने अपने अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की खपत प्रतिदिन कम से कम तीन सर्विंग्स कम कर दी, उनमें अवसाद का जोखिम उन महिलाओं की तुलना में कम था, जिन्होंने लगातार सेवन बनाए रखा।
अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से मोटापा भी होता है और रक्त शर्करा का स्तर लगातार उच्च रहता है, जिससे टाइप 2 मधुमेह होने का खतरा बढ़ जाता है। यह बदले में हृदय रोगों, स्ट्रोक और कैंसर के खतरे को भी बढ़ा सकता है।
(आईएएनएस)
Published on:
23 Sept 2023 12:05 pm
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