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क्या ज्यादा चीनी खाना डायबिटीज का कारण बन सकता है?

Diabetes prevention tips : चीनी का अत्यधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा सकता है, विशेष रूप से यदि यह आपके वजन और इंसुलिन प्रतिरोध को प्रभावित करता है।

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Excess sugar intake

Excess sugar intake

Diabetes prevention tips : डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जब आपका शरीर रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को सही तरीके से नियंत्रित नहीं कर पाता। यह तब होता है जब आपका पैंक्रियास (Pancreatin) पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधी हो जाती हैं। लेकिन क्या ज्यादा चीनी खाना डायबिटीज का कारण बन सकता है? इसका उत्तर सरल नहीं है। आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें।

चीनी और डायबिटीज के बीच संबंध : Relation between sugar and diabetes:

लोग अक्सर यह सवाल करते हैं कि क्या ज्यादा चीनी खाने से डायबिटीज (Diabetes) होता है। दरअसल, यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के डायबिटीज (Diabetes) की बात कर रहे हैं। टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं पर हमला करता है। इसे चीनी के सेवन से कोई संबंध नहीं है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है, जिसमें सही आहार और मोटापा अहम भूमिका निभाते हैं।

अधिक चीनी से वजन बढ़ने का कारण: Excess sugar causes weight gain:

ज्यादा चीनी का सेवन (Excess sugar intake) खासकर मीठे ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड से होता है, जो अधिक कैलोरी प्रदान करते हैं, लेकिन इनमें जरूरी पोषक तत्व नहीं होते। इसका परिणाम वजन बढ़ने के रूप में होता है, और विशेष रूप से पेट के आस-पास अधिक चर्बी जमा होने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। मोटापा इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) का कारण बनता है, जो डायबिटीज के प्रमुख कारणों में से एक है।

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इंसुलिन प्रतिरोध का विकास:

इंसुलिन प्रतिरोध एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन का प्रभावी रूप से उपयोग नहीं कर पातीं। चीनी के अत्यधिक सेवन (Excess sugar intake) से यह समस्या बढ़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप शरीर को रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में कठिनाई होती है, और अंततः यह टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत कर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) जैसी संस्थाएं चीनी का सेवन सीमित करने की सलाह देती हैं ताकि मोटापा और इंसुलिन प्रतिरोध की संभावना कम हो सके।

मीठे ड्रिंक्स और रक्त शर्करा में वृद्धि:

मीठे ड्रिंक्स जैसे सोडा, जूस और अन्य शर्करायुक्त पेय पदार्थ रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर को तेजी से बढ़ा सकते हैं। शोध से यह साबित हुआ है कि जो लोग नियमित रूप से इन ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा अधिक होता है। मीठे ड्रिंक्स का सेवन आसानी से अधिक मात्रा में किया जा सकता है क्योंकि यह आपको ज्यादा तृप्त नहीं करते, जिससे आप ज्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं।

चीनी की खपत में संतुलन बनाए रखें:

डायबिटीज से बचने के लिए चीनी की खपत को संतुलित करना बहुत जरूरी है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन और अन्य स्वास्थ्य संगठन अनुशंसा करते हैं कि हमें अपनी आहार में ताजे फल, सब्जियां और अनाज को शामिल करना चाहिए, और शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों को सीमित करना चाहिए। विशेष रूप से, घर का बना खाना और स्वच्छ आहार अपनाना डायबिटीज की रोकथाम में सहायक हो सकता है।

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चीनी का अत्यधिक सेवन (Excess sugar intake) टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा सकता है, विशेष रूप से यदि यह आपके वजन और इंसुलिन प्रतिरोध को प्रभावित करता है। हालांकि, टाइप 1 डायबिटीज का चीनी से कोई संबंध नहीं है। अपने आहार में संतुलन बनाए रखें, शर्करायुक्त पेय पदार्थों से बचें, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, ताकि आप डायबिटीज के खतरे से बच सकें।