
मेनोपॉज के बाद महिलाओं में दिख सकते हैं कैंसर के ये लक्षण। (Image Source: Gemini AI)
Cancer In Postmenopausal Women: मेनोपॉज उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा है, जिसे 12 महीनों तक मासिक धर्म न होने से परिभाषित किया जाता है। ये स्थिति आमतौर पर 40 के दशक के अंत या 50 के दशक की शुरुआत में होती है। यह स्थिति प्रजनन वर्षों के अंत का प्रतीक होती है। लेकिन,क्या आप जानते हैं कि, मेनोपॉज के साथ कई जैविक और शारीरिक परिवर्तन होते हैं जो दीर्घकालिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। आएइ इन स्वास्थ्य सबंधी समस्याओं के बारे में जानते हैं।
महिलाओं की बढ़ती उम्र स्त्री रोग संबंधी कैंसर होने के खतरे को भी बढ़ा सकती है। महिलाएं अपने जीवनकाल का लगभग एक-तिहाई हिस्सा मेनोपॉज के बाद के चरण में बिताती हैं, जिससे सतर्कता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
आपके अंतिम मासिक धर्म के एक वर्ष या उससे अधिक समय बाद होने वाला कोई भी रक्तस्राव असामान्य है और इसे कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। योनि की परत का सूखापन या पतला होना कभी-कभी स्पॉटिंग का कारण बन सकता है, रक्तस्राव गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा या अंडाशय के कैंसर का संकेत भी हो सकता है। अगर किसी महिला को हल्का रक्तस्राव या स्पॉटिंग, गुलाबी या भूरे रंग का स्राव और भारी रक्तस्राव होता है, भले ही यह केवल एक या दो बार ही क्यों न हो, ऐसी स्थिति में तुरंत जांच करवाना जरूरी होता है।
मोटापा जैसी स्थितिया, स्त्री रोग संबंधी कैंसर के जोखिम को बढ़ा देती हैं। उम्र बढ़ने के साथ मोटापे का खतरा बढ़ता है जिससे स्त्री रोग संबंधी कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। जैसे-जैसे महिलाएं मेनोपॉज के संक्रमण चरण में प्रवेश करती हैं, शरीर ऊर्जा का उपयोग अलग तरह से करने लगता है। शरीर में फैट का वितरण बदल जाता है, और महिलाओं की मांसपेशियां कम होने लगती हैं और वजन तेजी से बढ़ता है, जिससे मोटापे का खतरा और बढ़ जाता है। ऐसे में महिलाओं के लिए अपने वजन का ध्यान रखना जरूरी है।
लगातार या बढ़ता हुआ पेट, कमर या निचले हिस्से में दर्द ovarian (अंडाशय) या uterus (गर्भाशय) कैंसर का लक्षण हो सकता है।
बार-बार पेशाब आना, पेशाब करने में जलन या कब्ज जैसी समस्याएं होना। ये bladder (मूत्राशय) या colon (बड़ी आंत) कैंसर के संकेत हो सकते हैं।
लगातार थकान महसूस होना, जो आराम करने पर भी नहीं जाती। ऐसी स्थिति कई प्रकार के कैंसर के शुरुआती लक्षणों की संभावना को प्रकट करती है।
स्तन में गांठ, त्वचा में बदलाव या असामान्य रंग/दाग होना। यह breast cancer का शुरुआती संकेत हो सकता है।
लगातार अपच, उल्टी या भूख न लगना। ये digestive system (पाचन तंत्र) के कैंसर के संकेत हो सकते हैं।
Published on:
03 Oct 2025 12:46 pm
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