
Excessive consumption of soybean can be harmful to your health
नई दिल्ली। Soybean Side Effects: सोयाबीन, जिसे प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमं भरपूर मात्रा में विटामिन-ए भी होता है। सोयाबीन खाने से शरीर में एमिनो एसिड बनता है जो कि फिट रहने के लिए बहुत आवश्यक है। सोयाबीन खाना जहां सेहत के लिए फायदेमंद है, वहीं इसका जरूरत से अधिक सेवन कई बीमारियों को भी पैदा करता है। स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है। जिन लोगों को माइग्रेन की दिक्कत हो, बॉडी फूलने वाला थायराइड हो तो भूलकर भी सोयाबीन नहीं खाना चाहिए। सोयाबीन का सेवन करना पुरुषों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। वहीं पुरुषों में इसके अत्यधिक सेवन से नपुंसकता और स्पर्म काउंट में कमी आ सकती है। इसलिए सोयाबीन का सेवन हर किसी को एक सीमित मात्रा में करना चाहिए। आइए जानते हैं सोयाबीन खाने के नुकसान के बारे में।
सोयाबीन खाने के नुकसान
फीमेल हॉर्मोन्स :
सोयाबीन खाने से महिलाओं को हॉर्मोन संबंधी कई परेशानियां होती है। दरअसल इसमें मौजूद कम्पाउंड फीमेल हॉर्मोन एस्ट्रोजन की नकल करता है। इससे महिलाओं में हार्मोन्स की गड़बड़ी हो सकती है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि सोयाबीन का सेवन लिमिट मात्रा में करें।
डायबिटीज :
अगर आपको डायबिटीज है और उसके बचाव हेतु दवाएं भी खा रहे हैं तो अपनी रोजाना की डाइट से सोयाबीन या इससे बने उत्पादों को बाहर कर दें। इसके अलावा अगर आपके परिवार में भी किसी को पहले डायबिटीज रह चुका है, तो सोयाबीन का घर में इस्तेमाल करना ही बंद कर दें।
बढ़ जाती है एस्ट्रोजन की मात्रा :
सोयाबीन के अधिक सेवन से शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण महिलाओं को पीरियड्स में अधिक ब्लीडिंग, मासिक चक्र में गड़बड़ी, भूख न लगना, अनिद्रा, तनाव, अचानक वजन बढ़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
पुरुषों के लिए घातक :
सोयाबीन का रोजाना सेवन करना पुरुषों के लिए घातक साबित हो सकता है। इसे खाने से पुरुषों में सेक्शुअल पावर कम हो जाता है। ज्यादा सोयाबीन खाने से उनके हॉर्मोन्स, लिबिडो पावर, स्पर्म की संख्या और प्रजनन क्षमता के स्तर पर प्रभाव पड़ता है। अगर कोई पुरुष फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच रहा है तो उसे अपनी डाइट में सोयाबीन का सेवन रोजाना नहीं करना चाहिए।
हृदय रोग के मरीज :
कुछ शोधकर्ताओं की मानें तो सोयाबीन में ट्रांसफैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा सकता है और इसलिए जिन लोगों को पहले से हृदय रोग की समस्या है उन्हें सोयाबीन नहीं खाना चाहिए या फिर बेहद सीमित मात्रा में कभी-कभार ही सेवन करना चाहिए।
थायरॉयड ग्रंथि :
इसके आलावा सोयाबीन में कुछ मात्रा में एंटी-थायराइड जैसे घटक पाये जाते है, जो थायरॉयड ग्रंथि की गतिविधि में रुकावट पैदा कर सकते है जिसका परिणाम शरीर के अन्य हार्मोनल गतिविधि की चलन में बाधा बन सकता है।
Updated on:
24 Nov 2021 02:06 pm
Published on:
24 Nov 2021 02:04 pm
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