
Amrud khane ke nuksan|फोटो सोर्स –Patrika.com
Guava Side Effects: अमरूद उन फलों में से एक है जिसे भारत में लगभग हर कोई पसंद करता है। इसका रफ फाइबर डाइजेशन के लिए अच्छा माना जाता है, पेट साफ रखने में मदद करता है और लंबे समय तक भूख को भी कंट्रोल करता है। आमतौर पर इसे “डाइजेशन-फ्रेंडली” फल माना जाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर हालत में हर किसी को अमरूद सूट करेगा।कई बार वही फल, जो एक इंसान को फायदा देता है, किसी दूसरे को तकलीफ दे सकता है।आइए आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. अर्जुन राज से समझते हैं कि वे कौन-सी स्थितियां हैं जब अमरूद खाने से आपका पेट और ज्यादा बिगड़ सकता है।
अगर पेट में जलन, भारीपन या लगातार खट्टा-डकार जैसा महसूस होता है, तो अमरूद की मोटी फाइबर वाली बनावट कभी-कभी irritation बढ़ा सकती है। खासकर अधपका या बहुत सख्त अमरूद गैस और जलन को ट्रिगर कर सकता है।
अमरूद फाइबर से भरपूर है, लेकिन बहुत कच्चा अमरूद पाचन और धीमा कर सकता है। अगर कब्ज पहले से है और आप बीजों वाला कच्चा अमरूद खा लें, तो मल और सख्त हो सकता है। इसके लिए पका हुआ, नरम अमरूद चुनें या फिर बीज निकालकर खाएं
IBS वाले लोगों का पाचन सिस्टम थोड़ा सेंसेटिव होता है। अमरूद का फाइबर कुछ लोगों में गैस, पेट दर्द या bloating बढ़ा सकता है।यह सभी को समस्या नहीं दे सकता लेकिन IBS होने पर मात्रा कम रखनी चाहिए और शरीर की प्रतिक्रिया देखनी चाहिए।
अगर आपका पेट आसानी से फूल जाता है, तो भूखे पेट या बहुत अधिक मात्रा में अमरूद खाना असुविधा बढ़ा सकता है। इसके बीज भी कई बार गैस बढ़ाते हैं।
डायरिया, उल्टी या बैक्टीरियल/वायरल इंफेक्शन के दौरान पेट बेहद संवेदनशील रहता है। ऐसे समय ज्यादा फाइबर वाली चीजें पेट को और परेशान कर सकती हैं।
कई लोग दिन में तो अमरूद खा लेते हैं, लेकिन रात में खाया हुआ अमरूद कुछ लोगों को भारीपन, गैस या बेचैनी महसूस कराता है। कारण रात में पाचन धीमा हो जाता है।
Published on:
14 Nov 2025 04:17 pm
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