
10 घंटे में 21 C-Section ऑपरेशन (Photo- freepik)
Health Risk: असम के मोरीगांव सिविल अस्पताल से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। दरअसल यहां एक वरिष्ठ गायनाकॉलोजिस्ट डॉ. कंथेश्वर बोरदोलोई पर बड़ा सवाल उठ गया है। उन्होंने एक ही शिफ्ट में 21 इमरजेंसी सी-सेक्शन (C-Section) ऑपरेशन कर दिए। यह मामला खासकर मां और नवजात शिशु की सेहत के लिए चिंता का विषय बन गया है।
सी-सेक्शन एक बड़ी सर्जरी है, जो तब की जाती है जब नॉर्मल डिलीवरी से मां या बच्चे की जान पर खतरा हो। लेकिन बार-बार बिना सही तरीके से सावधानी बरते इतनी जल्दी ऑपरेशन करना कई स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा सकता है, जैसे संक्रमण का खतरा (यदि स्टेरलाइजेशन पूरी तरह नहीं हुआ हो) ब्लड क्लॉट्स और भारी रक्तस्त्राव और नवजात शिशु में सांस लेने में दिक्कत साथ ही मां के लिए बाद में फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
हर ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर्स को पूरी तरह से ध्यान देना चाहिए कि ऑपरेशन से पहले और बाद में पूरी तरह से उपकरण स्टेरिलाइज किए गए हों। शिशु की विशेष देखभाल की जाए। मरीज की हालत पर पूरी डिटेल रिकार्डिंग हो। स्टाफ की भूमिका भी सही से दर्ज हो। यह जरूरी है ताकि संक्रमण से बचा जा सके और माँ-बच्चे दोनों की हेल्थ पर निगरानी बनी रहे।
डॉ. कंथेश्वर बोरदोलोई ने कहा कि ये काम आम है, क्योंकि पब्लिक अस्पताल में मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा होती है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में सब प्रक्रिया फॉलो की गई थी, और अस्पताल में दो ऑपरेशन थियेटर भी हैं। उन्होंने ये भी कहा कि 19 में से 19 मां-बच्चे ठीक होकर घर चले गए, दो अभी भी भर्ती हैं।
पहले लगभग 17% बच्चे C-Section से पैदा होते थे, अब यह बढ़कर 21% से ऊपर हो चुका है। अमीर और ज्यादा पढ़ी-लिखी महिलाएं ज्यादा C-Section करवा रही हैं। रिसर्च के अनुसार, जरूरत से ज्यादा सी-सेक्शन से मां और बच्चे पर लम्बे समय में स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। WHO के मुताबिक, 10-15% सी-सेक्शन सबसे उपयुक्त माना जाता है। इससे ज्यादा बिना मेडिकल वजह से C-Section करना हेल्थ के लिए सही नहीं।
हर ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों को ऑपरेशन का पूरा मेडिकल रिकॉर्ड रखना चाहिए। संक्रमण रोकने के लिए सख्त स्टेरलाइजेशन प्रक्रिया अपनानी चाहिए। नवजात बच्चों की विशेष देखभाल करनी चाहिए। मरीजों को ऑपरेशन के संभावित रिस्क के बारे में समझाना चाहिए।
Published on:
11 Sept 2025 12:02 pm
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