
Heart attack symptoms Warning Signs Normal Heart Rate 60-80 Beats Per Minute
Heart attack symptoms and Warning Signs : हमारा हार्ट शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त संचार प्रणाली का मुख्य भाग है। स्वस्थ हार्ट होने से संपूर्ण शरीर स्वस्थ रहता है। लेकिन हाल के वर्षों में हृदय रोगों का खतरा तेजी से बढ़ा है। अनियमित जीवनशैली और अस्वस्थ खान-पान के कारण युवाओं में भी हार्ट संबंधी बीमारियों की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसलिए सभी को अपने हार्ट की देखभाल करनी चाहिए।
अब सवाल उठता है कि हम कैसे जानें कि हमारा हार्ट स्वस्थ है या नहीं? आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे में जो हमारे शरीर द्वारा संकेत के रूप में मिलते हैं।
स्वस्थ व्यक्ति की हृदय गति आराम की स्थिति में 60 से 100 बीट प्रति मिनट होती है। तनाव, चिंता, दवाएन और शारीरिक परिश्रम इस पर प्रभाव डाल सकते हैं। यदि आपकी हृदय गति 60 से 80 बीट प्रति मिनट के बीच रहती है, तो यह एक अच्छा संकेत माना जाता है। यह दर्शाता है कि आपका हार्ट सुचारू रूप से कार्य कर रहा है और अधिक मेहनत नहीं कर रहा है।
स्वस्थ हार्ट होने का एक बड़ा संकेत यह है कि आप ऊर्जावान महसूस करते हैं और जल्दी थकान नहीं होती। यदि आप अक्सर थकान महसूस करते हैं या सीढ़ियां चढ़ने, टहलने या हल्के काम करने पर जल्दी थक जाते हैं, तो यह हृदय से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
सामान्य रक्तचाप का होना स्वस्थ हृदय का संकेत है। 120/80 mm Hg से कम रक्तचाप सामान्य माना जाता है। यदि आपका सिस्टोलिक रक्तचाप 130 या अधिक और डायस्टोलिक रक्तचाप 90 या अधिक हो, तो यह संकेत है कि हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। नियमित रूप से रक्तचाप की जांच करवाना आवश्यक है।
सीने में दर्द या भारीपन: यह हृदय रोग का गंभीर संकेत हो सकता है।
सांस लेने में दिक्कत: थोड़ा सा परिश्रम करने पर सांस फूलना हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है।
अनियमित धड़कन: हृदय की धड़कनों का बहुत तेज़ या धीमा होना चिंता का विषय हो सकता है।
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, तनाव प्रबंधन और स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक हैं। यदि आपके शरीर में उपरोक्त लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। हृदय स्वास्थ्य की देखभाल करना एक निवेश है, जो दीर्घकालिक रूप से लाभदायक सिद्ध होगा।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें। हैं
Updated on:
01 Mar 2025 10:12 am
Published on:
28 Feb 2025 12:13 pm
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