
Heart Disease in Females (photo- freepik)
Heart Disease in Females: दिल की बीमारियां अभी भी भारत में सबसे बड़ी मौत का कारण बनी हुई हैं। हाल ही में Apollo Hospitals की Health of the Nation 2025 स्टडी में पता चला कि लोग बिना किसी लक्षण के भी खतरे में हैं। इसमें धमनी में कैल्सिफिकेशन, फैटी लिवर और स्लीप एपनिया जैसी समस्याएं सामने आई हैं। वहीं, किशोरों में शारीरिक गतिविधियों की कमी ने उनकी फ्लेक्सिबिलिटी, स्ट्रेंथ और बैलेंस को कम कर दिया है, जिससे 25 साल की उम्र से पहले ही दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
स्टडी में यह भी सामने आया कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में दिल की बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा विटामिन D, B12 की कमी और एनीमिया भी समस्या बढ़ा रहे हैं। इन पोषण संबंधी कमियों की वजह से लोगों में ऊर्जा की कमी होती है और नियमित एक्सरसाइज करना मुश्किल हो जाता है।
Dr Prathap C Reddy, चेयरमैन, Apollo Hospitals Group कहते हैं कि Symptoms का इंतजार करना मतलब बहुत देर कर देना। अगर भारत में हर कोई प्रिवेंशन को रोज़मर्रा की आदत बनाए, तो हम लाखों साल स्वस्थ जीवन जोड़ सकते हैं और परिवारों को अनावश्यक दुख से बचा सकते हैं।
इस वर्ल्ड हार्ट डे पर Apollo Hospitals ने Don’t Miss a Beat अभियान शुरू किया है। इसका उद्देश्य हर भारतीय को प्रिवेंटिव केयर और रेगुलर स्क्रीनिंग की आदत डालना है। ब्लड प्रेशर और जरूरी स्वास्थ्य नंबर जानें, अच्छी नींद लें और नियमित सक्रिय रहें, समय पर डॉक्टर से सलाह लें, हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज को अपनाएं। Apollo Hospitals के पास विश्वसनीय डॉक्टर और एडवांस्ड टूल्स हैं, जिससे जोखिम जल्दी पकड़ा जा सकता है और सही इलाज किया जा सकता है।
दिल्ली-NCR: हाई ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ रहा है; 65% में फैटी लिवर।
मुंबई: 46% में कोरोनरी कैल्शियम, 25% में कोरोनरी आर्टरी रोग, 2.5% लोग 40 साल से कम उम्र के।
चेन्नई: 29% डायबिटिक और 37% प्रीडायबिटिक।
बेंगलुरु: लंबे समय तक बैठकर काम करने से हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की समस्या।
हैदराबाद: फैटी लिवर वाले 80% लोग डायबिटिक, तीन-चौथाई हाई ब्लड प्रेशर वाले भी फैटी लिवर से ग्रसित।
कोलकाता: हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ के साथ एनीमिया और माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी।
लखनऊ: कॉलेज के 28% छात्र overweight, 19% प्री-हाई ब्लड प्रेशर।
दिल की बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है प्रिवेंटिव केयर, समय पर स्क्रीनिंग और सक्रिय जीवनशैली। कोई भी लक्षण का इंतजार न करें। ब्लड प्रेशर, डायट, नींद और एक्सरसाइज का ध्यान रखें और अपने दिल की सेहत को प्राथमिकता दें।
Published on:
28 Sept 2025 03:58 pm
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