
How to identify fake eggs?
Fake and real eggs : अंडे को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि ये प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत हैं। खासतौर पर सर्दियों में इनकी डिमांड बढ़ जाती है, लेकिन बढ़ती मांग के साथ नकली अंडों (Fake eggs) का कारोबार भी बढ़ रहा है। इन नकली अंडों (Fake eggs) को खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। इसलिए, असली (Real eggs) और नकली अंडों के बीच अंतर समझना बेहद जरूरी है।
नकली अंडे (Fake eggs) बनाने में कम खर्च आता है, इसलिए इन्हें बाजार में सस्ते दामों पर बेचा जाता है।
असली अंडे समय के साथ खराब हो सकते हैं, लेकिन नकली अंडों में केमिकल की वजह से ये लंबे समय तक ताजा दिखते हैं।
नकली अंडे (Fake eggs) दिखने में असली अंडों की तरह होते हैं, जिससे इन्हें पहचान पाना मुश्किल हो जाता है।
इनमें मौजूद केमिकल्स और हानिकारक पदार्थ पेट दर्द, उल्टी और यहां तक कि गंभीर बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
नकली अंडों (Fake eggs) में असली अंडों जितने पोषक तत्व नहीं होते, जिससे शरीर को पर्याप्त प्रोटीन और अन्य आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिलते।
इनका सेवन पाचन तंत्र में गड़बड़ी और एलर्जी का कारण बन सकता है।
असली अंडे (Real eggs) का छिलका खुरदरा और थोड़ा दानेदार होता है।
नकली अंडों का छिलका बेहद चिकना और चमकदार होता है।
असली अंडे (Real eggs) पानी में डूब जाते हैं।
नकली अंडे हल्के होते हैं और पानी में तैरते हैं।
असली अंडे (Real eggs) की जर्दी गोल और सख्त होती है, जबकि सफेदी साफ और थोड़ी पतली होती है।
नकली अंडे की जर्दी टूटने में आसान और सफेदी असामान्य रूप से गाढ़ी या पतली हो सकती है।
असली अंडे (Real eggs) को हिलाने पर कोई आवाज नहीं आती।
नकली अंडे से पानी जैसी आवाज आती है।
सावधानी बरतें और सेहतमंद रहें
सर्दियों में खुद को और परिवार को स्वस्थ रखने के लिए नकली अंडों से बचना बेहद जरूरी है। स्थानीय, विश्वसनीय विक्रेताओं से ही अंडे खरीदें। यदि कोई अंडा संदिग्ध लगे, तो उपरोक्त तरीकों से उसकी जांच जरूर करें।
अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और सर्दियों का भरपूर आनंद लें।
Published on:
21 Dec 2024 10:42 am
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