अमरीकी रिपोर्ट का दावा, भारत में 34 से 47 लाख लोगों की मृत्यु कोरोना से हुई
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते अमेरिका की एफडीए ने भी जॉनसन एंड जॉनसन के कोरोना टीके को दुर्लभ एवं संभावित रेयर नर्व डिसऑर्डर के जोखिम से जुड़े होने की एक नई चेतावनी जारी की थी। हालांकि एफडीए ने कहा था कि वह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि जे एंड जे टीके से यह समस्या हो सकती है।
जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन से हो सकता है न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
गिलेन-बर्रे सिंड्रोम से मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। जब एफडीए और सीडीसी ने जे एंड जे का पहला टीका लगवा चुके करीब 100 लोगों में बीमारी पनपने की खबरों की समीक्षा की। इनमें से ज्यादातर को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी थी और इनमे से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई।
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सीडीसी की सलाहकार समिति की बैठक में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, प्रति दस लाख खुराक पर गुलियन बेरी सिंड्रोम के 8.1 मामले सामने आए हैं, जो सामान्य आबादी में अपेक्षा से अधिक है और यह फाइजर व मॉर्डना की खुराकों में देखी गई दर से आठ गुना ज्यादा है।