
Kidney disease early symptoms
Kidney Disease Early Symptoms : किडनी हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक हैं। ये न सिर्फ खून को साफ़ करती हैं बल्कि शरीर के तरल पदार्थों, खनिजों और विषैले तत्वों को संतुलित करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं। अगर किडनी ठीक से काम न करे, तो इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है।
अगर किडनी सही से काम न करें, तो धीरे-धीरे पूरे शरीर पर असर पड़ता है।
एक रिसर्च के मुताबिक, क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (Kidney Disease) यानी लंबे समय तक चलने वाली किडनी की बीमारी को अगर समय पर पहचान लिया जाए और इलाज शुरू कर दिया जाए, तो इसके नुकसान को काफी हद तक टाला जा सकता है।
हर साल एक बार किडनी की दो जांच करवा लेना बहुत ज़रूरी है –
जब किडनी ठीक से विषैले तत्वों को शरीर से बाहर नहीं निकालती, तो ये जमा होकर थकावट और कमजोरी का कारण बनते हैं। इसके साथ ही, एनीमिया भी थकान बढ़ा सकता है।
- पेशाब करने की आदतों में अचानक बदलाव आना खतरे की घंटी हो सकता है:
- रात में बार-बार पेशाब आना
- गहरे रंग या झागदार पेशाब
- पेशाब में खून आना
किडनी की कमजोरी के कारण शरीर में सोडियम रुक जाता है, जिससे हाथ-पैर, टखने और चेहरा सूजने लगता है।
अगर पेशाब में प्रोटीन आ रहा है, तो यह किडनी फिल्टर के खराब होने का संकेत हो सकता है, जिससे आंखों के चारों ओर सूजन आ जाती है।
जब शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, तो त्वचा पर खुजली होने लगती है – खासकर हाथ, पैर और पीठ पर।
किडनी की गड़बड़ी से मिचली और उल्टी की समस्या हो सकती है, जिससे भूख कम लगती है और वजन घटने लगता है।
सोडियम, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलन से मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।
अगर किडनी में संक्रमण हो रहा है, तो हल्का बुखार और शरीर में दर्द भी महसूस हो सकता है – यह भी एक संकेत हो सकता है।
- साल में कम से कम एक बार किडनी की जांच करवाएं
- पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं
- ब्लड प्रेशर और शुगर को कंट्रोल में रखें
- सिगरेट और तंबाकू से दूर रहें
- डाइट में कम नमक और ज्यादा फाइबर लें
किडनी एक साइलेंट ऑर्गन है – जब तक परेशानी गंभीर न हो जाए, ये कोई आवाज़ नहीं करती। अगर ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी आप महसूस कर रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें। याद रखें – जल्दी पहचान, बेहतर इलाज
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Updated on:
25 Apr 2025 11:11 am
Published on:
24 Apr 2025 12:53 pm
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